छतीसगढ़ में एक अनोखी और दमदार योजना मुख्या मंत्री भूपेश बघेल ने शुरू करी थी. आज उसकी चर्चा देश के सभी राज्यों में हो रही है. एक कार्यक्रम में छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था की अगर आपके पास करने के लिए कोई कार्य नहीं है तो आप गोबर बिनिए. इस गोबर को सरकार को बेचिए और महीने के करीब 25 से 30 हजार रुपये कमाइए. यह काम गोधन न्याय योजना के रूप में जानी जाती है.
छतीसगढ़ सरकार ने एक आंकड़ा जारी किया है, जो आप जानकार हैरान रह जाओगे. 16 अप्रेल 2022 से 30 अप्रेल 2022 तक सरकार ने 2.34 करोड़ रुपये का गोबर ख़रीदा है. इस राशी का भुगतान मुख्यमंत्री भुपेंश बघेल ने अपने हाथोसे ऑनलाइन किया था. गोधन न्याय योजना के अंतर्गत मुख्यमंत्री ने कुल 10.70 करोड़ रुपये किसानो और अन्य लोगो के खाते में ऑनलाइन ट्रान्सफर करी थी.
10.70 करोड़ मेसे गौठान समितियो को 5.04 करोड़, 3.32 करोड़ रुपये महिला समूहों को और 2.34 करोड़ रुपये गोबर को खरीदने के बदलेमे दिए गए है. जुलाई 2020 से यह योजना शुरू हुई है. तबसे अब तक योजना में यह 2.34 करोड़ को मिलकर कुल 138.56 करोड़ रुपये लोगो और अन्य संस्थानों के खाते में डाले गए है. आपकी जानकारी के लिए बतादे की सरकार गोबर को 2 रुपये प्रति किलो के हिसाब से खरीद रही है.
गोधन न्याय योजना में 45.19% महिलाओ का योगदान है. इस योजना को देखकर देश के कई राज्य इसे अपनाने की सोच रहे है. इसमें भी मध्य प्रदेश सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार जल्द ही ऐसी ही स्कीम लाने जा रही है. उत्तरप्रदेश सरकार किसानो और अन्य लोगो के पास से 1.5 रुपये प्रति किलो गोबर के हिसाब से गोबर खरीदेगी. ऐसा माना जा रहा है की यह योजना उत्तरप्रदेश में जल्द ही शुरू होगी.