विज्ञान से जुड़े अजीबो गरीब किस्से हमें दुनिया भर में देखने को मिलते हैं। कुछ इसी तरह का किस्सा अमेरिका में सामने आया है. जहां पर डॉक्टरों ने एक इंसान की जान बचाने के लिए हर मुमकिन प्रयास किए. आखिर में बचने की कोई उम्मीद ना देखते हुए डॉक्टरों ने आखिरी उपाय के तौर पर सूअर का दिन ट्रांसप्लांट किया इसके बाद वह इंसान पिछले 3 दिनों से सही सलामत और सुरक्षित है।
मेडिकल जगह आज अपनी ऊंचाइयों को छू रहा है। चाहे वह कोरोना जैसी महामारी का सचोट इलाज नहीं ढूंढ पाया, मगर सर्जरी के क्षेत्र में चिकित्सा विज्ञान दिन प्रतिदिन आगे बढ़ रहा है। यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड मेडिकल सेंटर के डॉक्टरों ने ह्यूमन हार्ट को सुवर के हार्ट से ट्रांसप्लांट कर यह उपलब्धि हासिल की है। इनके द्वारा आनुवंशिक रूप से संशोधित सूअर के दिल का सफलता पूर्वक इंसान के शरीर मे डाला गया है।
अमेरिका के डेविड नाम के दर्दी ने बताया कि उनके दिल की हालत बहुत ही नाजुक हो गई थी। डॉक्टरो ने बताया कि उनके बचने के चांस बहुत कम है। वह अपनी जिंदगी के आखिरी दिन गिन रहे थे। तब डॉक्टरों ने उनके सामने उनके हार्ट को सूअर के दिल के साथ बदलने की बात की। शरू मे उको आश्चर्य हुआ मगर वह जीना चाहते थे और जीने की यही इच्छा शक्ति की वजह से उन्होंने डॉक्टरो को यह एक्सपैरिमेट करने के लिए हामी भर दी।
पिछले 3 दिनो से उनका शरीर सुवर के दिल से जिंदा है। डॉक्टरों ने आज से 3 दिन पहले उनके दिल का ट्रांसप्लांट कर दिया और वह आज सही सलामत जिंदा है। अभी भी वह निगरानी में रखे गए हैं। कहीं डॉक्टरो ने बताया कि अगर यह उपाय कामयाब रहता है तो इससे लाखो मरीजो की जिंदगी बचाई जा सकती है। ऐसा ही एक आपरेशन कुछ सालो पहले भारत के असम मे भी हो चुका है जहाँ पर मरीज 7 दिनो तक जिन्दा रहा था।