बच्चे नादान होते है, उन्हें चीजो में फर्क करना नहीं आता है| उन्हें यह मालूम नहीं चलता है की कौनसी चीज उन्हें हानि पंहुचा सकती है और कौनसी चीज से उन्हें दूर रहना चाहिए नहीं तो वह चीज उन्हें जोखिम में ला सकती है| अगर घर में बच्चा है तो उसको सँभालने की जवाबदेहि उसके परिवार की होती है| अगर कोई खतरनाक चिज अगर बच्चो के हाथ लग जाती है तो उससे एक बड़ी दुर्घटना घट सकती है|
ऐसा ही एक वाकिया छतरपुर में घटित हुआ है| जैसे की जानकारी मिल रही है, 8 वर्षीय इस्तकार खान अपने घर पर पड़ी मोबाइल की बेटरी से खेल रहा था| इस्तकार ने खेलते खेलते बेटरी को चार्ज करने के लिए बेटरी को चार्जर के साथ ना जोड़कर सीधे बिजली के तार से जोड़ दिया था| जैसे ही बिजली के तार से बेटरी जुडी वैसे ही बेटरी ब्लास्ट हो गई| बेटरी बलस्ट होने से मासूम बच्चा गंभीर रूप से गायल हो गया था और उसे अस्पताल में भरती कार्य गया था|
इस घटना के बाद हमें मालुम चलता है की, हमें अपने बच्चो का अच्छे से खयाल रखना चाहिए| इस्तकार को बेटरी ब्लास्ट होने की वजह से अपनी आँख में बेहद गंभीर चोट आई है| बच्चो को भले ही खेलने दे लेकिन उनपर नजर रखना उनके परिवार वालो का कर्त्तव्य होता है| और इस बात से सिख मिलती है की हमें अपने घरो में इ वेस्ट को नहीं रखना चाहिए|
इ वेस्ट ऐसा वेस्ट होता है जो इलेक्ट्रोनिक चीजो की वजह से फैलता है| इलेक्ट्रोनिक वेस्ट को इ वेस्ट कहा जाता है| हमारे भारत में इ वेस्ट एक बेहद ही बड़ी समस्या है और उससे जुजने के लिए सरकार काम कर रही है| इ वेस्ट से वयस्कों कोभी नुकसान हो सकता है| हमें अपना इ वेस्ट बेहद ही जिम्मेदारी के साथ हेंडल करना चाहिए|