हमारा देश सदियों पुराना है। देश में कई जगहों पर आज भी पौराणिक चीजे पायी जाती है। बहुत सारी जगहों पर आज भी खुदाई के दौरान पुरानी चीजों के अवशेष और खजाना मिलता है। ऐसी ही एक घटना पन्ना जिले के अजयगढ़ से सामने आयी है। पन्ना जिले की ग्राम पंचायत फरस्वाहा में एक पौराणिक धार्मिक स्थल के नजदीक तालाब में खुदाई का कार्य चल रहा था। खुदाई के दरमियान एक मिट्टी के घड़े से सोने की मुहर मिलने की खबर गांव में आग की तरह फैल गई। कुछ ही समय के अंदर आसपास के लोग इस बेशकीमती खजाने को देखने के लिए तालाब पर पहुंच गए।
खबरों के अनुसार खुदाई के दौरान जो सिक्के तालाब में से मिले मिले वह सिक्के तांबे के है और मुगलकालीन हैं। इन तांबे के सिक्को पर अरबी भाषा में कुछ लिखा हुआ है। खुदाई के दौरान कुल मिलाके 782 प्राचीन सिक्के मिले है। जैसे ही गांव में खबर पहोची की तालाब में से सिक्के मिले है तो कई लोग सिक्कों को देखने दौड़ के तालाब आ गये और भीड़ में से कुछ लोग सिक्के ले जाने की फिराक में थे लेकिन मजदूरों में से किसीने ने प्रशासन को फोन कर दिया और मौके पर पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने जगह खाली करवाई और सिक्के पुलिस स्टेशन ले कर गये।
ग्रामीणों के मुताबिक सोमवार को तालाब में खुदाई करते समय मजदूरों की कुदाल एक घड़े से टकरा गई। कुदाल की चोट से घड़ा टूट गया और टूटते ही सिक्के बिखर गए। यह देख मजदूर डर गए। उन्होंने जानकारी सरपंच व पंचायत सचिव को दी। तब तक भीड़ एकत्रित हो गई। स्थानीय लोगों ने उन्हें बोरी में भरवाया गया और इसकी सूचना प्रशासन को दी गई।
मंगलवार अधिकारी गांव पहुंचे और सिक्कों को एक बर्तन में रखवाकर गिनती करवाई। गिनती बाद पता चला के मटके में से 782 सिक्के निकले। कुछ लोगो का कहना है कि सिक्के देखने में प्रथम दृष्टया मोहर प्रतीत हो रहे हैं। बहुत समय से सिक्के जमीन की अंदर होने के वजह से सिक्कों पर कचरे की परत जम गई थी इसके कारन अरबी भाषा को पढ़ा नहीं जा सका। अब सिक्कों की सफाई के बाद ही पता चल सकेगा कि इस खजाने की असली कीमत क्या है।