जैसा की आप जानते हे ओलिम्पिक्स के बाद पैरोलिम्पिक्स होते हे, पैराओलिम्पिक्स यानि disabilities वाले खेल योध्यायो की प्रतियोगिता। पराओलिमिक इस बार जापान में खेला जा रहा हे। भारत की और से भी कही एथलीट्स इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए पोहचे हे. आपको जान के ख़ुशी होगी की भारत ने अब तक ७ मेडल्स जित लिए हे. इनमे से २ गोल्ड मेडल्स हे।
19 साल की अवनि ने महिलाओं के आर-2 10 मीटर एयर राइफल के क्लास एसएच1 में गोल्ड मैडल हासिल किआ हे। अवनि जब ११ साल की थी तभी उनकी एक कार एक्सीडेंट मे हड्डी टूट गई जिसकी वजह से वह चल पाने में असक्षम हो गई. उन्होंने कभी भी अपने आप को इस के लिए लचर महसूस नहीं करवाया, भारत की बेटी किसी शेरनी से कम नहीं, बस इसी बात को सच करते हुए अवनि ने अपनी कड़ी महेनत जारी रखी और सिर्फ १९ साल की उम्र में भारत के लिए गोल्ड मैडल हासिल किया हे. उन्होंने न सिर्फ10 मीटर पैरा शूटिंग में 249.6 के स्कोर के साथ पैरालंपिक गोल्ड जीता पर विश्व रिकॉर्ड भी बनाया!
वही जेवलिन में भारत को ओलिंपिक के बाद पराओलिम्पिक्स मे भी गोल्ड मैडल मिला हे. सुमित अंतिल ने पुरुषों की जेवलिन थ्रो में 68.55 मीटर के थ्रो के साथ अपना विश्व रिकॉर्ड तोड़ते हुए भारत को पैरालंपिक खेलो मे दूसरा स्वर्ण पदक दिलाया। सुमित ने पहले ही कोशिश में 68.55 थ्रो डालके विश्व रिकॉर्ड बना दिया, उनका सब से कमजोर थ्रो ६५ मीटर का था फिर भी कोई उसको भी क्रॉस नहीं कर पाया.
भारत के लिए पराओलिम्पिक्स अभी तक अच्छा जा रहा हे. भविता पटेल ने टेबल टेनिस में सिल्वर मैडल जीता, योगेश कथुनिया ने पुरुषों की डिस्कस थ्रो F56 स्पर्धा में रजत पदक जीता। देवेंद्र झाझरिया ने रजत जीता वही सुंदर सिंह गुर्जर ने पुरुषों की जेवलिन थ्रो में F46 फाइनल में कांस्य पदक जीता, निषाद कुमार ने हाई जम्प मे सिल्वर पदक जीता। आगे बची गेम्स मे भी आशा करते हे की भारत के लिए ढेर सारे मेडल्स लेके देश का नाम ऐसे ही रोशन करे.