राजस्थान में पानी का संकट आज से नहीं हजारो सालो से हे. राजिस्तान का अधिकतर हिस्सा रेगिस्तान में या सूखा या बंजर होने की वजह से यहाँ बारिश भी कम ही होती हे. राजस्थान में पुराने समय में बनाये गए तालाब, कुए, वाव (स्टेपवेल) आम जनता के लिए आशीर्वाद सामान हे. पिछले २ दशक में पानी की समस्या सुलझाने के लिए बोहत से काम हुए हे. मगर आज भी ग्रामीण इलाका समय पर पानी मिलने से वंचित हे या तो पानी की समस्या जेल रहा हे. आज राजेस्थान के लिये अछि खबर आ रही हे. जहा केंद्रीय जलशक्ति मिन्त्रालय ने पानी की समस्या हल करने के लिए बड़े कदम लिए हे.
आपको बता दे की भारत के जलशक्ति मिंत्री गहेन्द्र सिंह शेखावत राजेस्थान के जोधपुर से ही आते हे. उन्होंने बताया की जल्द ही राजेस्थान के लिए १२७५ करोड की परियोजना आ रही हे. इस योजना के तहत बीकानेर, जोधपुर, जैसलमेर में ४ रिज़र्व स्टोरेज बनेंगे. जिससे आने वाले ३३ साल तक पानी की आपूर्ति को पूरी की जाएगी. अगर ऐसा हो जाता हे तो राजिस्तान के सूखे विस्तारो में पानी की कमी को दूर या आंशिक दूर किया जा सकता हे.
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा की राज्य सरकार के मंत्री बी डी कल्ला और उनकी टीम ने बताया की वर्तमान समय में जल जीवन मिशन के अंतर्गत १०३१ क्यूसेक पानी स्टोर किया जा रहा हे. जो भविष्य में कम पड़ेगा क्यों की पानी का उपयोग भी जनसंख्या के साथ बढ़ता जा रहा हे. भविष्य मे पानी का स्टोरेज दुगना करने पड़ेगा और २१३२ क्यूसेक पानी की जरुरत पड़ेगी. जो २०५४ तक की पानी की आंशिक जरूरियात पूरी कर सकता हे. इसी के चलते प्रदेश की जरूरियात पूरी करने के लिए योजना लाई जा रही हे.
आने वाले कुछ सालो मे ६५०० से भी अधिक गांवों के लिए ४० से भी ज्यादा परियोजनाएं लायी जाएगी। जिसका सीधा फायदा २० लाख से भी अधिक घरो को सीधा घर पे पानी मिल के मिलेगा। इन योजनाओ की सही तरह से जमीन पर उतारा जायेगा तो, घर घर नल से जल पहुचानेका लक्ष पूरा किया जा सकेगा। राजिस्तान के ग्रामीण विस्तार में २० प्रतिशत से थोड़ा अधिक ही नल से जल पहुंचाया जा रहा हे. २०२२ मे ३० लाख से भी अधिक नए पानी के कनेक्शन देने का लक्ष हे. भारत की उन्नति के लिए गावो की उन्नति जरुरी हे, और गॉव की उन्नति के लिए गॉव में जरुरी सुविधाएं मुहैया करवाना जरुरी हे.