यूपी सरकार का यह ड्रीम प्रोजेक्ट पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर 1 मई से टोल टैक्स वसूलना शुरू हो गया है। आपको बता दें कि अगर आप पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर बीच से या कहीं से भी सफर शुरू करते हैं तो आपको टोल टैक्स देना ही होगा। गौरतलब है कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे 340 किलोमीटर लंबा है और यह उत्तर प्रदेश के नौ जिलों से होकर गुजरता है।
यूपी सरकार का यह ड्रीम प्रोजेक्ट राज्य की राजधानी लखनऊ से गाजीपुर तक बना है, जोकि बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, आजमगढ़ और मऊ से होकर गुजरता है। इसका लोकार्पण यूपी चुनाव 2022 से ठीक पहले 16 नवंबर 2021 को सुल्तानपुर के पास पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों कराया गया था।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर कुल टोल टैक्स 833 रुपये तय किया गया है। दरअसल, अभी तक टोल टैक्स पर काफी अनुमान लग रहे थे जिसपर विराम लगाते हुए साफ कहा गया है कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे की तरह पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर टोल टैक्स में 25 प्रतिशत छूट टोल टैक्स लगाया जाएगा जिसके बाद लोगों को वास्तविक टोल टैक्स 625 रुपये देना होगा।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर ’लखनऊ से गाजीपुर’ तक अलग-अलग गाड़ियों की साल 2022-23 के लिए टोल दरें (25 प्रतिशत की छूट के साथ) निर्धारित की गई हैं।बता दें कि टोल टैक्स को लेकर इन दरों का वर्गीकरण किया गया है, जिसके मुताबिक, कार, जीप, वैन या लाइट मोटर वीइकल के लिए 675 रुपये, हल्के व्यवसायिक वाहन, हल्के माल वाहन या मिनी बसों के लिए 1065 रुपये, बस या ट्रक के लिए 2145 रुपये, भारी निर्माण कार्य मशीन (एचसीएम) भू-गतिमान उपस्कर (ईएमआई) या मल्टी एक्सल गाड़ियों (एमएवी) (3 से 6 एक्सल) के लिए 3285 रुपये और ओवरसाइज्ड वीइकल (7 या अधिक एक्सल) के लिए 4185 रुपये होगी।