भगवान शिव के पावन सावन महीने पारंभ 4 जुलाई को हो चूका है. सावन के सोमवार व्रत के पहला सोमवार 10 जुलाई के बाद आज 13 जुलाई को कामिका एकादशी है. जैसे भगवान शिव को पावन सावन महिना प्रिय है वैसे ही भगवान विष्णु को एकादशी प्रिय है. पंचांग के अनुसार सावन के कुर्ष्णपक्ष में आने वाली एकादशी को कामिका एकादशी का नाम दिया गया है. आईये ये जानते है कामिका एकादशी की तिथि कब शुरू होती है और उसका पारण कब होगा.
कामिका एकादशी
कामिका एकादशी 12 जुलाई बुधवार को शाम 5 बजकर 59 मिनिट पर शुरू होगी और 13 जुलाई शाम 6 बजकर 24 मिनट तक रहेगी. उदया तिथि के अनुसार कामिका एकादशी का व्रत 13 जुलाई गुरूवार को रखा जायेगा और 14 जुलाई को व्रत का पारण किया जायेगा. ऐसी मान्यता है की अगर कोई भी व्यक्ति कामिका एकादशी का व्रत करता है तो उसे स्वर्ग की प्राप्ति होती है साथ में उसके पापो का नाश होकर व्यक्ति मोक्ष को पाता है. कामिका एकादशी सभी एकादशियो में बहोत पुण्यकारी माना जाता है क्युकी यह एकादशी भगवान शिव के पावन सावन महीने में आती है. पुराणों के अनुसार कामिका एकादशी के दिन भगवान विष्णु पूजा और कामिका एकादशी का व्रत करने से जातक की मनोकामना पूर्ण होती है.
कामिका एकादशी व्रत करने का तरीका
कामिका एकादशी के व्रत के दिन स्नान करके साफ सुथरे कपडे पहनकर व्रत का संकल्प लेना है और दिन भर भगवान विष्णु के “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः” मंत्र का जाप करना है. कामिका एकादशी व्रत का महत्व भीष्म पितः ने देवर्षि नारद को बताया था. उनके अनुसार कामिका एकादशी व्रत की कथा सुनना वाजपेय यज्ञ करने के बराबर है. इस दिन चन्द्र अपनी उच्च राशि में रहेगा. अगर इस दिन व्रत करने वाला व्यक्ति भगवान विष्णु के आगे संकल्प करे, की मेरे सभी पापो को क्षमा करे, अब में आगे से कोई पाप नहीं करूंगा तो भगवान विष्णु उसे पापो से मुक्त करते है.
ऐसी अध्यात्मिक बातो के लिए देखते रहिये FINALADVICE.IN धन्यवाद.