देश में पिछले समय से बहुत घोटाले हुए है। आपको बतादे के नीरव मोदी और मेहुल चौकसी से बढ़ा एक घोटाला सामने आया है। आपको बतादे के बाइक बोट कंपनी ने आम लोगो के 42 हजार करोड़ का फ्रॉड किया है जो के नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के फ्रॉड से भी बड़ा माना जा रहा। पुलिस के सीनियर अधिकारियों की जांच में लीपापोती के कारण यह फ्रॉड समय से लोगों के सामने नहीं आ सका। लेकिन अब इस मामले में सीबीआई की ओर से कंपनी के चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर संजय भाटी और 14 अन्य लोगों पर केस करने के बाद ऐसे पुलिस अधिकारियों की भी झांसे में लिया है।
बतादे के सबसे कंपनी ने लोगो को लुभावने ऑफर देकर उनका पैसा हड़प लिया है। संजय भाटी नाम के शकस साल 2010 में गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड नाम की एक कंपनी बनाई थी। इस कम्पनी ने इसके बाद साल 2018 में बाइक बोट स्कीम लॉन्च की थी। इस स्कीम के तहत बाइक टैक्सी शुरू की गई। इस स्किम के तहत एक व्यक्ति से एक 62200 रुपये का निवेश कराया गया। इसके बदले में निवेश करने वाले लोगो को 1 साल तक 9765 रुपये देने का वादा किया गया।
निवेश करने वाले लोगों का आरोप है कि उन्हें एक भी पैसे नहीं दिया गया है। जब कम्पनी का संचालक फरार हो गया तब लोगो ने उस पर केस दर्ज करवाना शुरू किया। दादरी कोतवाली एरिया के कोट गांव में बाइक बोट का मुख्य ऑफिस बनाया गया था। बाइक बोट घोटाला सामने आने के बाद निवेशकों को साधने के लिए लाखों फर्जी चेक तक दिए गए। लेकिन अधिकांश लोगों के चेक बाउंस हो गए। पुलिस ने कुछ लोगों के मुकदमे दर्ज नहीं किए तो लोगों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और कोर्ट के आदेश पर मुकदमे दर्ज कराएं।
कंपनी का रजिस्टर्ड ऑफिस ग्रेटर नोएडा बनाया गया। योजना के तहत निवेशकों को 62,100 रुपये निवेश करने के लिए कहा गया था। निवेशक को बाइक से हर माह निश्चित 5175 रुपये बाइक का किराया मिलना था। कंपनी ने निवेशकों से 1, 3, 5 या 7 बाइकों में निवेश करने का ऑफर दिया गया। योजना में मासिक रेंटल इनकम बोनस और रिन्युअल इनकम भी शामिल थी।