हमारा देश काफी जीनियस लोगो से भरा पड़ा है। जीनियस लोग हमेशा कुछ नया करने के फिरात में रहते है। ऐसा ही कुछ दिल्ली के रहने वाले 9वीं क्लास के इस छात्र ने करके दिखाया है जिससे समाज को काफी फायदा हो सकता है।इस बच्चे की बात करे तो इसे कबाड़ के सामान से कुछ नया बनाने शोक था। ऐसे करते करते इस हुनरमंद बच्चे ने कबाड़ की ही चीजों से एक इलेक्ट्रिक बुलेट बना डाली। आपको बतादे के ईस बुलेट की खासियत ये है कि यह एक बार चार्ज करने पर ये 100 किलोमीटर तक चल सकती है।
आपको बतादे के इस बच्चे का नाम राजन शर्मा है। राजन दिल्ली के सरकारी स्कूल सर्वोदय बाल विद्यालय में 9वीं कक्षा में पढता है। राजन को शुरू से ही कबाड़ की चीजों से कुछ नया बनाता रहता था। कोरोना के कारण जब स्कूल बंद थे तो उसने कबाड़ से ई-साइकिल बनाने का प्रयोग किया। लेकिन उसमे उसे कामयाबी हासिल नहीं हुई। लेकिन राजन हार मानने को तैयार नहीं था उसे खुद पे बहोत यकीन था।
राजन ई-साइकिल बनाने में असफल हुआ तोह उसने ई-बाइक बनाने की ठान ली। लेकिन उसके लिए थोड़े पैसो की जरुरत थी। राजन के पापा को राजन का कबाड़ से खेलना बिलकुल पसंद नहीं था। तो ऐसे राजन के पापा बाइक बनाने के लिए पैसे नहीं देने वाले थे और तो और राजन के परिवार की आर्थिक स्थिति भी कुछ खास नहीं थी। लेकिन राजन ई-बाइक बनाये बिना मानने वाला नहीं था। ऐसे में उसने एक तरकीब सोची और अपने पिता से झूठ बोला कि उसे स्कूल से एक प्रोजेक्ट मिल है जिसे जल्द पूरा करना है। जब बेटा बार बार पिता के पीछे पड़ा रहा तो आखिर वे राजी हो गए।
बेटे के प्रोजेक्ट के लिए पिता ने भी जैसे तैसे करके पैसों का जुगाड़ किया। उन्होंने अपनी कंपनी में काम करने वाले लोगों से उधार लिए।पैसा का सेटिंग तो हो गया था लेकिन अब समस्या थी के पुरानी बाइक कहा से लाये। इसके लिए बाप बेटे ने दिल्ली कबाड़ मार्केट के चक्कर लगाना शुरू कर दिया। जल्द ही उनको मायापुरी कबाड़ मार्केट में से एक 10 हजार रुपए में रॉयल इनफील्ड बाइक मिल गई।
कबाड़ से लाते ही राजन ने उस पर अपनी रिसर्च शुरू कर दी। कई दिनों तक राजन गूगल और यूट्यूब से ई-बाइक के बारे में जानकारी लेता रहा। इसके बाद उसने रॉयल इनफील्ड के एक-एक करके सारे पुर्जे निकाल दिए। बाद में एक ऑनलाइन वीडियो की मदद से ई-बाइक बनाना शुरू किया। 3 महीने के अंदर राजन ने ई-बाइक बना डाली। आपको बतादे के यह ई-बाइक एक बार चार्ज करने पर लगभग 100 किमी तक चलती है।
राजन ने जो ई-बाइक बनाई है उसकी स्पीड 50 किमी प्रति घंटा है। हालांकि इसकी टॉप स्पीड 80 किमीप्रति घंटा तक ले जाया जा सकता है। ई-बाइक की बैटरी गिरे न इसलिए उसने बाहर लकड़ी का बॉक्स लगाया गया है। यह ई-बाइक बनाने में राजन के करीब 45 हजार रुपए खर्च हो गए। अब वह भविष्य में ई-कार बनाना चाहता है।