कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण एक बार फिर से चर्चा में आये है। इसबार ,आईपीएस असीम अरुण ने एक ऐसे बुजुर्ग दंपत्ति को उनका हक दिलाया है, जिन्हे अपने ही बहू-बेटे ने घर से बाहर निकाल दिया था। बेटे और बहू ने बुजुर्ग मां-बाप पर बहुत जुल्म उठाते ते थे और ऐसा काफी लम्बे समय से चल रहा है। पुरे शहर में इस बारे में चर्चा हो रही थी के भगवान कैसे भी करके वो दो बूढ़े माँ बाप को बचा ले।
इस घटना के बारे में जैसे ही कमिश्नर असीम अरुण सुना के बुजुर्ग दंपत्ति पर उनका बेटा और बहु जुल्म उठा रहे है तो कमिशनर साहब तुरंत भावुक हो गए। कमिशनर साहब तुरंत उनके घर पोहचे और दोनों बुजुर्ग माँ बाप को घर में उनका दिलवाया। और साथ ही, बेटे-बहू के खिलाफ शांति भंग की कार्रवाई करते हुए और उन्हें चेतावनी दी कि भविष्य में इस तरह की हरकत वो बिलकुल बर्दाश्त नहीं करेंंगे। कमिश्नर असीम अरुण के इस सराहनीय कार्य को देख लोग उनकी जमकर तारीफ कर रहे है।
कानपुर के जाजमऊ में रहने वाले एक बुजर्ग दंपति को उनके अपने ही बहू-बेटे ने घर से निकाल दिया था। बुजुर्ग दम्पति कानपूर की गलियों गलियों में भटक रहे थे इस दौरान उन्होंने कई बार पुलिस थाने पहुंचकर मदद भी मांगी पर उन्हें सब जगह से निराशा के अलावा कुछ मिला नहीं। दोनों कई दिनों तक वह इसी तरह भटक रहे थे। और बीते शनिवार को पुलिस कमिश्नर असीम अरुण चकेरी थाने पहुंचे।
थाने पहुंचने के बाद कमिश्नर ने बुजुर्ग दंपति की फरियाद सुनी और फैसला ऑन द स्पॉट कर दिया। कमिश्नर खुद दंपति को लेकर उनके घर पहुंचे और उन्हें उनका हक दिलाया। इसके साथ ही बेटे बहू को चेतावनी देते हुए कहा के ऐसा भविष्य में इनके साथ भूलकर भी ऐसा व्यवहार मत करना। कमिश्नर ने बुजुर्ग दंपति को अपना मोबाइल नंबर भी दिया और कहा कि अगर किसी भी प्रकार की कोई भी दिक्कत हो तो वो उन्हें बेजिझक उनको कॉल कर सकते हैं। इसके बाद दंपति के बेटे बहू के खिलाफ शांति भंग (151) में केस दर्ज किया और महिला थाने की पुलिस बुलाई।