नया लेबर कोड जिसे लोग न्यू वेज कोड भी कहते है वह कबसे लागु होगा इसकी अटकले लगाईं जा रही है| इसके तहत कई लोगो के जीवन पर इसका असर पड़ने वाला है| नौकरी और मजदूरी करने वाले लोगो के लिए इसमें काफी बदलाव है| लेकिन यह अभी तक लागू नहीं हो पाया है| केंद्र सरकार इसक अप्रेल 2021 मेही लागू करना चाहती थी लेकिन राज्य स्तर पर इसके लिए सिस्टम तैयार नहीं होने के कारण इसमें विलम्ब आ रहा है|
सूत्रों के सवाले से खबर आ रही है की यह नया नियम अक्तूबर से लागू हो सकता है| जी बिजनेस को सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक राज्यों को इस नियम के ऊपर ड्राफ्ट रूल्स भेजने को कहा गया था| लेकिन कई राज्यों ने अभी तक ड्राफ्ट रूल्स नहीं भेजे है| जब तक यह ड्राफ्ट नहीं मिलते तब तक केंद्र सरकार इसे नोटिफाई नहीं करेगी| यूपी, उत्तराखंड, पंजाब, मध्यप्रदेश, बिहार और जम्मू कश्मीर ने ड्राफ्ट रूल्स भेज दिए है|
राज्यों को सितम्बर 2021 तक का समय दिया गया है| सभी राज्यों की तरफ से ड्राफ्ट रूल्स मिलते है अक्तूबर में केंद्र सरकार इसे लागू कर देगी| केंद्र सरकार ने 29 लेबर कानूनों को मिलाकर 5 नए कोड बनाये है| जिसमे इन्दुट्रीयल रिलेशंस कोड, कोड ओन ओक्युपेशनल सेफ्टी, हेल्थ एंड वर्किंग कंडीशन कोड, सोशियल सिक्योरिटी कोड और कोड ओन वेजिस शामिल है|
PF और Gratuity पर इसका असर
5 कोड में सबसे बड़ा बदलाव वेज कोड में है| इसके मुताबिक कर्मचारी की बजिक सेलरी कंपनी की लागत (CTC) के 50% से कम नहीं होनी चाहिए| फ़िलहाल कंपनीया बेसिक सेलरी 50% से कम दे रही है और अन्य भत्ते ज्यादा दे रही है| जिससे बेसिक सेलरी पर कटने वाले PF से बचा जा सके| अगर कंपनी सेलरी के 50% बेसिक सेलरी लेती है तो कंपनी को PF के तौर पर ज्यादा पैसे कर्मचारी के PF एकाउंट में डालने होंगे| जिससे कंपनी का बोज बढेगा|
इस कोड के लागू होने से कर्मचारियों की सेलरी में आंशिक कटौती आएगी क्यों की उनकी सेलरी मेसे ज्यादा हिस्सा उनके PF में जाएगा| जिससे कर्मचारियों को रिटायर्मेंट के समय पर ज्यादा फायदा मिलेगा| लम्बे समय की अवधि के लिए यह कोड कर्मचारियों के लिए बहोत फायदे मंद रहने वाला है| जाहिर सी बात है इसका सीधा असर PF ऑफ़ Gratuity पर देखनेको मिलेगा|