इस साल नवंबर के तीसरे हफ्ते ठंड का प्रमाण अब तक मे सबसे ज्यादा बढ़ जाने वाला है। हवामान विभाग की माने तो इस साल नवंबर बहुत ही ठंडा होने वाला है। भारत के कहीं राज्यो मे इस साल ठंड का प्रमाण ज्यादा रहेगा। इसके पीछे मौसम विभाग ने लनिना इफेक्ट बताया हे।माना जा रहा है कि उत्तर भारत के लोगों के हाथ पैर कपा सकती है इस सीजन की ठंड। पूर्व मध्य और पूर्वी भारत में ठंड सामान्य से ज्यादा रहने की आशंका बताई जा रही है।
मतलब इस बार सर्दी में कड़ाके की ठंड जेलने के लिए तैयार रहना होगा और इस तैयारी के लिए अब वक्त भी ज्यादा नहीं बचा है क्युकी नवंबर के 3 हफ्ते से ही जबरजस्त ठंड पडने का अनुमान है। प्रशांत महासागर मे ला निना इफेक्ट बनेगा, उसकी वजह से उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में ठंड बढ सकती है। यानी यह हफ्ता खत्म होने के बाद हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान में न्यूनतम तापमान मे 2 से 4 डिग्री की गिरावट ओर महेसुस कि जा सकती हे.
वैज्ञानिकों ने जिस तरीके पूर्वानुमान लगाया है उससे साफ हो रहा है कि ला नीना अफेक्ट के चलते, इस बार जबरदस्त ठंड पड़ने वाली है। नवंबर के तीसरे हफ्ते से इस ठंड का प्रकोप देखा जायेगा यह ऐसी असर है जो कि प्रशांत महासागर के ऊपर के जो तापमान पर निर्भर करता है और यह लगातार कम हो रहा है और जिसकी वजह से इसका असर उत्तर भारत, मध्य भारत और पूरे नॉर्थ भारत में जबरदस्त तरीके से दिखाई दे सकता। ला नीना अभी चीन मे कोहराम मचा रहा है जहा भारी बर्फ बारी हो रही ह।
इस साल कि ठंड सारे रिकॉर्ड तोड उत्तर भारत के लोगों के हाथ पैर कपा सकती है, जैसे कि दावा किया जा रहा है इस सीजन में उत्तर मध्य और पूर्वी भारत में ठंड की आशंका जेलने के लिए तैयार रहना होगा। लानीना स्पेनिश भाषा का शब्द है जिसका मतलब होता है छोटी लडकी, लिखित मौसम के लिहाज से लाली ना का मतलब बडी मुसीबत थी क्योंकि लाली ना तब होता है जब प्रशांत महासागर की सतह का तापमान कम हो जाए। चीन कि फर्फबरी भी लालिना का ही असर माना जा रहा है।