जैसा कि हम देख रहे हैं पिछले 6 महीने से पेट्रोल और डीजल की कीमते बढ़ती जा रही हे । इसकी बड़ी वजह अंतरराष्ट्रीय बाजारों में क्रूड ऑयल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी को माना जा रहा था। जहां पिछले साल क्रूड की कीमत $1800 प्रति बैरल थी, वही क्रूड ऑयल आज $6000 प्रति बैरल के भी ऊपर जा पहुंची है। महमारी के बाद पेट्रोल व डीजल की मांग में भी भारी बढ़ोतरी हुई और साथ ही कच्चा तेल अंतरास्ट्रीय बाजार से महंगी कीमत मे खरीदना पड रहा है। जो भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत में बढोतरी का बड़ी वजह माना जा रहा था। भारत में आज से पहले पेट्रोल व डीजल की कीमतें कभी भी 110 और 120 के करीब नहीं गई थी जो इस बार महंगाई की सारी हदें पार करके पेट्रोल व डीजल की कीमते 110 रूपए पर चली गई थी।
पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतें और महंगाई की मार की वजह से जनता परेशान थी। जनता की मांग को ध्यान में रखते हुए सरकार ने आज से ही पेट्रोल और डीजल की कीमतो में भारी कटौती की है। आपको बता दें कि भारतीय सरकार ने पेट्रोल और डीजल की एक्साइज ड्यूटी को कम कर दिया गया है। जिसकी वजह से पेट्रोल की कीमतों में ₹5 कटौती आई है। वहीं डीजल की कीमतें ₹10 कम कर दी गई है। डीजल का टैक्स पेट्रोल से 2 गुना घटाकर डीजल की कीमतें ₹10 से भी ज्यादा कम करने से किसानों कोई इसका सीधा फायदा होगा। साथ ही ट्रक द्वारा सामान एक दूसरे से दूसरी जगह जाता है उस वजह से ट्रांसपोर्ट खर्च भी कम होगा।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आई हुई कमी मध्यम वर्ग के लोगों के लिए एक बहुत बडी राहत मानी जा सकती है। महंगाई की मार के सामने यह एक छोटा सा दिवाली का उपहार माना जा सकता है। कुछ राज्यों ने केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार के टैक्स की पेट्रोल और डीजल में कम किए हैं जिसकी वजह से यह कीमत दुगनी तेजी से कम हो गई है आइए जानते हैं। महामारी और मंदी के बाद भारत में तेजी से अर्थव्यवस्था में विकास देखा जा रहा है उसी को और ज्यादा गति देने के लिए शायद भारत सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमत कम करने का फैसला लिया हो सकता है। डीजल की कीमतों में कमी ट्रांसपोर्ट खर्च कम करेगी जो मध्यम वर्ग के लोगों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकती हैं जिससे खुदरा सामान में कीमत भी कमी आने की संभावना हो सकती है।