सडको के राजा यानि की ट्रक। ट्रक भारत मे सामान को एक जगह से दूसरे जगह पे ले जाने के लिए सबसे ज्यादा उपयोग में लिए जाते हे. ट्रक आपको हिमालय की पहाडो से लेके, जंगल, राजिस्तान के रेगिस्तान से लेके तमिलनाडु तक रोड पे घूमते दिख जायेंगे. ट्रक अलग अलग प्रकार के होते है। कुछ छोटे होते है तो कुछ ट्रक बहुत बडे होते है। ऐसे मे कुछ ट्रक्स बडे होते हे जिनके कही सरे पहिये होते हे उनमे से कुछ पहिये हवा मे होते हे.
कही बार हमारे मन मे यह प्रश्न उठता हे की कुछ टायर हवा मे क्यु रहते हे? अगर उनको हवा मे ही रखना हे तो लगवाए क्यू थे. सवाल यह है की जब 6 टायर से कम चल रहा है तो फिर बाकी के टायर क्यों लगाए जाते है। ऐसे ही अजीबो गरीब प्रश्न का जवाब अब मिल गया हे. हमने यही प्रश् जब इंजीनियर साब से पूछा तो उन्होंने इसका लॉजिकल और वैगनयनिक कारन बताया।
प्रश्न का उत्तर देते हुए बताय की ज्यादा टायर वाले ट्रक मे जब लोड या वजन भरा हुआ नही होता तो उनमे से कुछ टायर की जरुरत नही पड़ती. ऐसे मे ट्रक की स्पीड और टायर का आयुष्य बढाने के लिए तो एक्स्ट्रा वाले टायर उठा दी जाते है ताकि टायर को खराब होने से बचाया जा सके। जब ट्रक फुल लोड हो जाता है तो फ्रंट एक्सेल पर वजन को कम करने के लिए उन्हे दूसरे टायर के साथ उपयोग मे लिए जाते हे. जिससे ट्रक ज्यादा लोड उठा सके.
ट्रक मे ज्यादा तैयार होना यानि उसकी लोड उठाने की क्षमता उतनी ही ज्यादा. जरुरत पड़ने पर इन टायर का उपयोग किया जाता हे. जब भी ज्यादा वजनट्रक मे हो उसमे एक्स्ट्रा टायर होते है उतना ही अधिक वजन चारो और फैला जाता है और प्रत्येक एक्सेल पर उसकी क्षमता के अनुसार वजन बट जाता हे.