सरकार ने नहीं दिया ध्यान तो सरपंच ने निजी खर्चे से पाईपलाइन लगा कर दूर की पानी की समस्या

Informational News

गांव में सरपंच हि सब काम का संभालता है| कई जगह पर सरपंच को प्रधान भी बोलते हैं| जिस गांव का सरपंच अच्छा होता है| उस गांव का विकास भी अच्छा होता है| इसलिए हर 5 साल में सरपंच का चुनाव किया जाता है| आज हम आपको एक ऐसे सरपंच के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, जिन्होंने अपनी जनसेवा से एक मिसाल कायम कर दी है|

सरपंच जी का नाम है “अखिलेश मिश्रा” जिन्होंने अपने गांव के प्रति जनसेवा की एक अनूठी मिसाल कायम की है| दरअसल गांव में पानी की किल्लत बहुत हो गई थी| पानी के सभी सरकारी बोर के वाटर लेवल कम हो गए थे| जिससे गांव वालों को पीने के पानी के लिए बहुत किल्लत उठानी पड़ रही थी| तो सरपंच जी ने ठान लिया कि वह अपने खुद के बोर से गांव वालों को पानी देंगे| उन्होंने खुद अपने घर का खर्चा करके पाइप लाइन बिछाई है|

गांव वालों ने बताया कि गर्मियों की सीजन में वाटर लेवल डाउन हो जाने से उनके घर पर ठीक से पानी नहीं आ रहा था| जिससे उनके घर की टंकिया भी नहीं भर पा रही थी| इसकी वजह से गांव के 300 घर के नल के कनेक्शन में पानी की सप्लाई नहीं हो रही थी| एक दूसरे बोरसे पानी भिजवाने में बहुत किल्लत उठानी पड़ रही थी| क्योंकि वह 2 किलोमीटर दूर था| जिसके चलते गांव वालों को एक बाल्टी भर पानी भी नहीं मिल पा रहा था| इस समस्या को देखकर सरपंच ने ठान लिया कि, उनके घर के बोर से ही गांव वालों को पानी देंगे| उनके घर पर 5 हॉर्स पावर की मोटर लगाई गई है और उनके बोर में बहुत अच्छा पानी रहता है| सरपंच जी ने 500 मीटर पाइप लाइन बिछाई है| जिससे गांव की टंकी आराम से भर जाती है| सबसे पहले गांव की टंकी को भरा जाता है| उसके बाद ही सरपंच जी वह पानी अपने लिए इस्तेमाल करते हैं|

अखिलेश मिश्रा जी द्वारा की गई ऐसी निस्वार्थ सेवा से गांव वाले बहुत खुश हैं और उनको जनसेवा के लिए अगले पंचायती चुनाव में उनको फिरसे सरपंच बनाने की सोच रहे हैं|

ऐसी जानकारी हर रोज पाने के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें और इस लेख को शेयर करना ना भूले| धन्यवाद|

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *