सक्सेस स्टोरी: MBA चायवाला 22 साल की उम्र में बन गया करोड़पति, आज देश ही नही विदेशो मे भी यह इनकी चाय की टपरी

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आज हम आपको एक ऐसे लड़के की कहानी बताएंगे जिसमें अपने आपको चाय बेचकर करोड़पति बना लिया. अपना काम सच्ची लगन से और दिल से किया जय तो कोई भी काम छोटा नहीं होता और किसी भी काम से तगडा मुनाफा कमाया जा सकता हे. आज हम आपको एक ऐसे व्यक्ति के बारे में बताएंगे जिसने केवल 4 साल में ही सिर्फ चाय बेचकर अपने आपको करोड़पति बना लिया.

पढाई करने आये प्रफुल्ल बिल्लोरे ने 20 साल की उम्र में अहमदाबाद में फुटपाथ पर चाय की टपरी डाली थी। चाय के ठेले से शुरू हुआ सफर 5 साल बाद एक ब्रांड मे बदल गया आज यह ‘MBA चायवाला’ के नाम से मशहूर हे और आज कानपुर, चंडीगढ़, सूरत, गांधीनगर, भोपाल जैसे देश के 22 बड़े शहरों में ‘MBA चायवाला’ की ब्रांच हैं।  लंदन से लेके अरब तक बिजनेस है. आइये जानते हे इनकी सक्सेस की कहानी।

आज हम प्रफुल के बारे में जो MP के छोटे से गांव से निकलकर अहमदाबाद पढाई करने आया था. जो आई आई एम में एमबीए करना चाहते थे. आपको बता दें कि आई आई एम में दाखिला लेने के लिए कैट की परीक्षा मैं बहुत अच्छे मार्क्स लाने होते हैं और इस परीक्षा को पार करने के लिए अलग तौर पर इसकी तैयारियां की जाती है. इसी परीक्षा की तैयारी करने के लिए प्रफुल्ल आए थे और वह इस परीक्षा में लगातार फेल होते गए और इसके बाद उन्होंने निराश होकर अपने आप को कमरे में बंद कर लिया था.

कुछ दिनों तक परेशानीयों में रहने के बाद उन्होंने अहमदाबाद में एक पिज़्ज़ा की दुकान पर नौकरी चालू करी. उनको प्रति घंटा ₹34 मिलते थे और उनका काम डिलीवरी ब्वॉय का था. गुजरात और अहमदाबाद की हवा मे वह वेपार के नए तौर तरीके सिख रहे थे. उनकी मेहनत के चलते नौकरी मे उनका प्रमोशन भी हुआ. लेकिन उनके अंदर कुछ अलग करने की चाह थी. गुजरात की हवा मे उन्होंने एक चीज सिख ली अगर उपदर जाना हे कुछ बडा करना हे तो वेपर मे अपना हाथ आजमाना पडेगा. लेकिन उनके पास पैसे नहीं थे. इसीलिए उन्होंने चाय की टपरी खोलने का फैसला किया. उन्होंने अपने माता-पिता के पास से ₹8000 लिए और एसजी हाईवे के पास चाय का ठेला लगाना शुरू कर दिया.

शुरू में प्रफुल्ल के पास चाय पीने के लिए कोई आता नहीं था, तो प्रफुल्ल ने ठान लिया कि वह खुद लोगों के पास जाएंगे. प्रफुल्ल लोगों के पास चाय लेकर जाने लगे और उनके साथ इंग्लिश में बात करने लगे. यह देखकर लोग हैरान रह जाते थे. इस तरह धीरे-धीरे प्रफुल्ल के ग्राहक बढ़ने लगे और उनकी कमाई महीने के हजारों में पहुंच गई.

वह अपने धंधे में कुछ नए-नए प्रयोग करते रहे. उनका एक प्रयोग ऐसा था कि वैलेंटाइन डे के दिन उन्होंने सिंगल लोगों को फ्री में चाय दी. वह स्टोरी बहुत वायरल हुई और उसके बाद से उनको बहुत सारे आर्डर मिलने लगे. “एमबीए चायवाला” नाम के पीछे का कारण बताते हुए उन्होंने कहा था कि उनकी स्टॉल का नाम “मिस्टर बिलोरे अहमदाबाद चायवाला” रखा था. इसे शार्ट में एमबीए चायवाला कहा जाने लगा और इसी तरह वह फेमस होने लगी.

आज प्रफुल्ल इतने फेमस हो गए हैं कि उनके नाम की फ्रेंचाइजी लेने के लिए लोग तैयार हो गए हैं. आज उनकी पूरे देश में २२ फ्रेंचाइजी है. आज प्रफुल्ल मोटिवेशनल स्पीकर भी है. और कई कॉलेजों में जाकर अपने लेक्चर भी दे चुके हैं. आज प्रफुल्ल बहुत ही सक्सेसफुल इंसान बन गए हैं. इसके पीछे का कारण सिर्फ और सिर्फ उनकी मेहनत और उनके काम के प्रति अपनी चाहत है. ऐसा नहीं हे की उनको यहा तक पोहचने के लिए परेशानियो का सामना नही करना पडा, या मुश्किल नही आयी, हार न मान न और कडी महेनत से उन्होंने यह उँचाहिया छुई.

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