रतन टाटा हमारे देश के बहुत ही मशहूर उद्योगपति हैं। वह वर्तमान में टाटा समूह के सेवानिवृत्त अध्यक्ष हैं। वह 1991 से 2012 तक टाटा समूह के अध्यक्ष भी रहे। रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा कंपनी नई ऊंचाइयों पर पहुंची। वह टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, टाटा पावर, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टाटा टी, टाटा केमिकल्स, इंडियन होटल्स और टाटा टेली सर्विसेज के चेयरमैन भी रह चुके है।
भारतीय रक्षा दलों में टाटा सर्वाधिक गाड़ी देने वाली कम्पनी है। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि टाटा को भारतीय सशस्त्र बलों के लिए लड़ाकू वाहन से लैस वाहन बनाने का काम भी मिल गया है. इससे पहले डिफेंस ने टाटा सफारी स्टॉर्म दी थी जिन्हें अब उनके द्वारा बदला जा रहा है।
टाटा द्वारा बनाया गया वह वाहन जिसे सेना में शामिल किया जाने वाला है उसका नाम मर्लिन है। आपको बतादे के इस कार को ट्रायल लेने के लिए मुंबई-पुणे हाईवे पर कुछ समय पहले देखा गया था।
टाटा की बनाई यह कार किसी मॉन्स्टर कार से कम नहीं है। आप टाटा की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर इस वाहन के बारे में अधिक जानकारी देख सकते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस गाड़ी को खासतौर पर आर्मी के लिए डिजाइन किया गया था। जहां तक इस गाड़ी के फीचर्स की बात है तो इसके साइड और रियर साइड को STANAG 4569 लेवल 1 प्रोटेक्शन दिया गया है। यह वाहन नोटो स्टैंडर्ड द्वारा संरक्षित है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि इस वाहन पर ब्लास्ट या रॉकेट करने में सक्षम किसी भी उपकरण का असर नहीं होगा। इसे लेवल 1 प्रोटेक्शन दिया गया है। अंदर का व्यक्ति पूरी तरह सुरक्षित रहेगा। इस वाहन की बॉडी में बाहर से आने वाले विस्फोटों को एब्जॉर्ब करने की क्षमता भी होगी ।
टाटा ने अपने वाहन को एक कोमन रेल टर्बो डीजल इंजन से लैस किया है और इस गाड़ी में ऑटोमेटिक गियर की भी सुविधा दी गई है। इस गाड़ी में class-X का ट्रिपल सस्पेंशन लगाया गया है ताकि वाहन के अंदर बैठे व्यक्ति को झटका न लगे। इसके अलावा, इंजन अधिकतम 185 बीएचपी और 450 न्यूटन टॉर्क पैदा करने में सक्षम है। कार में 4×4 ड्राइविंग सिस्टम भी है। इस वाहन के टायरों को किसी भी बाहरी स्रोत से फुलाया जा सकता है।
अब बात करते हैं गाड़ी के एक्सटीरियर की तो गाड़ी की छत पर 7.6 एमएम की मशीन गन और 40 एमएएच की ऑटोमैटिक ग्रेनेड लॉन्चर लगाई जा सकती है. इन सबके साथ यह एक स्वचालित ग्रेनेड लांचर से भी लैस है जिसे वाहन के अंदर बैठकर संचालित किया जा सकता है। यह पास की मिसाइलों से हमलों को रोकने के लिए टैंक रोधी मिसाइलों से भी लैस होगा।