सब्जी और खानपान की चीजों मे जैसे जैसे मिलावट बढ़ती जा रही है वैसे ही लोग ऑर्गेनिक खेती की तरफ आगे बड़ रहे हे। एक दंपत्ति बाजार में मिल रही सब्जियों से तंग आकर घर पर ही सब्जी लगाना शुरू किया और आज स्वस्थ खोराक पूरा परिवार खा रहा है और लोगों को भी यह सब्जियों को अच्छे दाम में बेच रहे हैं। कोरोना का वक्त था लोग अपने स्वस्थ बहुत चिंतित रहते थे तब जब कोरोनावायरस उफान मार रहे थे तो इस दंपति को बाहर सब्जी लेने जाने में दिक्कत आ रही थी। एक खोजी मन में बना रहता था कि कहीं सब्जी के साथ साथ वायरस को तो लेके नही आ रहे। यही खौफ ने उनको एक नया रास्ता दिखाया जिस ने इनकी जिंदगी बदल दी।
लॉकडाउन के दिनों मैं अंकित का work-from-home शुरू था यानी घर से ही काम करने का तब उन्होंने अपनी पत्नी से बात की चलो घर पर ही खेती करके कुछ नया आजमाते हैं। अगर हम कामयाब रहेते हे तो अच्छी सब्जी और फल मिलेंगे जिससे हमारी स्वास्थ्य भी अच्छी रहेगी उनकी पत्नी को भी यह सुझाव अच्छा लगा दोनों ने सब्जियों की सूची बनाना शुरू की। दोनों ने मिर्च, टमाटर आलू और हरी सब्जियों की लिस्ट बनाई और खेती के लिए जरूरी उपकरण खरीदे। दोनों ने तय किया था कि कोई भी कीटनाशक का या दवाई का इस्तेमाल हम नहीं करेंगे जिससे की सब्जियां ऑर्गेनिक रहे और उनके 4 साल के बच्चे को भी नुकसान ना हो।
उन्होंने तीन चार हजार लगाकर सब्जियों के बीज एवं गोबर खरीद के ले आए थोड़ी जैविक मिट्टी में ले आए उन्होंने सबसे पहले मिट्टी और खाद को घर की छत पर भी छाया। कुछ महीनों में उनके मेहनत रंग लाई। सब्जियां तैयार हो गए और उनके गुणवत्ता बाजार की सब्जियों से कई गुना अच्छी थी सब्जियों की चमक देखते ही पाई जाती थी। अब उनको बाहर से सब्जी खरीदने की जरूरत कम पड़ने लगे। उनकी यह कामयाबी देखकर उनके परिवारजनों तथा मित्रों ने बताया कि आप लोगों को थोड़ी जमीन ले के नर्सरी शुरू करनी चाहिए। जिससे आपकी कमाई भी बड जायेगी और हमे भी अच्छी सब्जियां खाने का मौका मिलेगा। यह बात दंपति को पसंद आई उन्होंने कुछ ऐसा ही किया पास ही में एक नर्सरी किराए पर लेली।
हम उन्होंने नर्सरी में सब्जियों के साथ-साथ फूलों के पौधे तथा घर में लगाए जाने वाले पौधों में भी लगाने शुरू किए सब्जियों की गुणवत्ता अच्छी होने की वजह से वह हाथों-हाथ बिकने लगे कुछ ही महीनों में उनकी मासिक इनकम ₹100000 तक पहुंच गई। दांपत्य यह काम सिर्फ अपने स्वास्थ्य के लिए शुरू की थी मगर आज वह उसी सब्जियों से अच्छी आमदनी कम आने लगे। उनके रिश्तेदार सगे मित्र और आसपास के लोग उनसे सीधे सब्जियां खरीदने लागे जिससे उनके इनकम में बढ़ोतरी हुई। एक छोटी सी चीज से मिला हुआ आईडिया आज हम को कहां से कहां पहुंचा दिया। यह सेवा के साथ-साथ पैसे कमाने का माध्यम भी बन गया। इसीलिए तो कहते हैं लोगों से अलग सोचने से आपको बहुत फायदे हो सकते हैं। आप भी कुछ ऐसा ही अपने साथ कर सकते हैं।