‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में नट्टू काका 67 साल‌ की उम्र में मौत , भगवान उनकी आत्मा को शांति दे ओम शांति

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‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ के नटुकाका का 77 साल की उम्र में निधन हो गया है। नटुकका का पिछले एक साल से कैंसर जैसी बीमारी से लड़ रहे थे। नटुकका यानी घनश्याम नायक को पिछले साल सितंबर में कैंसर ट्यूमर का पता चला था। नटुकका का उस दिन अस्पताल में इलाज किया गया। वहां उनकी सर्जरी हुई और ऑपरेशन के बाद नटुकाका ने रेडिएशन और कीमोथेरेपी भी कराई गई। अभी कुछ दिन पहले नटुकका के बेटे विकास नायक ने भी कहा था कि नटुकाका को कैंसर हो गया है।

नटुकका की पिछले सितंबर में कैंसर की सर्जरी हुई थी। ऑपरेशन के बाद नटुकका ने विकिरण के 30 सेशन और फिर कीमोथेरेपी के पांच सेशन लिए। नटुकाका का कैंसर का इलाज करीब एक महीने तक चला। छह महीने बाद नटुकका ने फिर से गले से 8 ट्यूमर निकाले जहां एक या दो धब्बे एक बार फिर पाए गए। फेफड़ों में भी एक-दो नए संदिग्ध धब्बे दिखाई दिए। यह निदान के लिए एक कैंसर स्थल बन गया। इलाज कराने के लिए उन्हें फिर से कीमोथेरेपी करानी पड़ी।

76 साल की उम्र में नटुकका के लिए किमी थेरेपी के इंजेक्शन के लिए हर बार किसी नए अंग को पकड़ना आसान नहीं था। जिसके लिए डॉक्टरों ने उनके शरीर में कीमो पार्ट लगाने की सलाह दी और इसके लिए सर्जरी करके कीमो पार्ट उनके बॉडी के अंदर फिर कर दिया गया। कीमो पार्ट एक प्रकार का छोटा सा बॉक्स होता है। जिसमें कीमोथैरेपी के इंजेक्शन आसानी से दिए जा सकते हैं।

तारक मेहता का उल्टा चश्मा शो के सबसे लोकप्रिय पात्रों में से एक, नटुकका, पिछले साल कैंसर का पता चलने के बाद डेढ़ साल में केवल चार से पांच एपिसोड ही शूट कर पाये थे। लेकिन शो के लिए उन्होंने जो बलिदान और कड़ी मेहनत की, उसके कारण हर महीने सेलेरी उनके एकाउंट में जमा कर दी जाती थी। उन्हें हर महीने करीब 1 लाख रुपये बतौर सेलेरी मिलती थी। और उन्होंने जितने भी एपिसोड शूट किए थे, उतने की शूटिंग फीस भी उन्हें दे मिल जाती थी। नटुकका के निधन की खबर ने पूरे भारत में उनके फेन्स को बहोत सदमे में डाल दिया है। हर कोई तारक महेता का उल्टा चश्मा देखने वाला इंसान नटुकाका के आत्मा को शांति मिले इसके लिए ईश्वर से प्रार्थना कर रहा है।

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