केंद्र सरकार के खाद्यतेलों में बढे हुए दामों के घटाने ने प्यास शुरू किये हैं जिसके चलते आपूर्ति बढ़ाने और जमाखोरी को रोकने के भी प्रयास हो रहे हैं। इन सभी के चलते खाद्य तेलों की दैनिक थोक कीमतों में गिरावट हुई है। भारत सरकार ने कच्चे पाम तेल, कच्चे सोयाबीन तेल और कच्चे सूरजमुखी के तेल पर मानक दर 2.5 प्रतिशत कम कर दिया है। रिफाइंड पाम तेल, रिफाइंड सोयाबीन तेल और रिफाइंड सूरजमुखी तेलकी दर में 32.5 प्रतिशत कम कर दिया गया है।
तिल के तेल का थोक भाव २.०८ % घटकर २३,५०० रुपये प्रति टन हो गया हैं। पाम तेल का थोक भाव 2.50 % गिरकर 12,349 रुपये प्रति टन हो गया हैं। नारियल तेल १.७२ % घटकर १७००० रुपये प्रति टन हो गया हैं। सूरजमुखी तेलका थोक भाव १.३० % घटकर १५,९६५ रुपये प्रति टन हो गया हैं।
सरसों तेल और वनस्पति का थोक भाव एक प्रतिशत से कम की गिरावट के साथ क्रमश: 16,573 रुपये प्रति टन और 12,508 रुपये प्रति टन रह गया। मूंगफली तेल का थोक भाव 1.38 प्रतिशत घटकर 16,839 रुपये प्रति टन यानी 1,684 रुपये क्विंटल हो गया। खाद्य तेलों की थोक कीमतों में गिरावट का रुझान दिख रहा है, फिर भी दरें एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में कहीं अधिक हैं।
अभी खाद्य तेल के भाव रुझान पर हैं। इसके साथ केंद्र सर्कार ने तेल के भावो को नियंत्रित करने के लिए एक वेब पोर्टल शुरू किया हैं जिसमे थोक विक्रेताओं , मिल मालिकों और रिफाइनरों को अपने स्टॉक की इनफार्मेशन वेब पोर्टल पे डालने को कहा गया हैं। जिससे की आपूर्ति में कमी न आये और जमा खोरी को भी रोका जा सके।