सोनू सूद यानि की कोरोना महामारी के समय के सबसे बड़े मसीहा। हज़ारो लोगो को जिन्होंने घर जाने व्यवस्था की। खाने पिने की व्यवस्था की। लेकिन उन्ही के घर जब आयकर विभाग का छपा पड़ा तो सब हक्के बक्के रह गए। कोई भी यह मानने को तैयार नहीं हैं की सोनू सूद गलत कर सकते हैं पर उनके पर आरोप कुछ और ही कहते हैं।
आपको बतादे की अलग सोनू सूद पर तक़रीबन ढाई करोड़ रूपये दबाने का आरोप हैं। पिछले दो दिन की जाँच के बाद आयकर विभाग ने सोनू पर आरोप लगाया हैं की उन्होंने फर्जी बिल्लो के जरिये लगभग ६५ करोड़ रुपये की हेरा फेरी की हैं। ये हेरा फेरी उन्होंने लखनऊ स्थित एक प्राइवेट रियल एस्टेट फर्म के साथ मिलकर किया हैं। इसी प्राइवेट फर्म ने जयपुर की एक कंपनी के साथ लगभग १७५ करोड़ रुपये का लें दें किया हैं।
सोनू पर यह भी आरोप हैं की उन्होंने फर्जी रूप से लखनऊ स्थित इंफ्रास्ट्रक्चर ग्रुप से असुरक्षित रूप से कर्जा लिया हैं जो की २० करोड़ से अधिक हैं। टैक्स बचाने के लिए पेशेवर फर्जी रसीदों का इस्तेमाल किया गया हैं। और इन्ही फर्जी रसीदों का इत्सेमाल निवेश एवं नयी समपत्ति की खरीददारी मैं भी किया गया हैं।
मसीहा के तौर पे जाने जाने वाले सोनू सूद पर यह भी आरोप हैं की उन्हें अलग अलग जगह से करीब २० करोड़ रुपये दान में मिले थे उसमे से केवल १.९ करोड़ रुपये का ही इत्सेमाल किया था। बोहोत साडी रिसिप्ट ऐसी पायी गयी हैं जो की फर्जी हैं साथ ही बोहोत से ऐसे कॉन्ट्रैक्ट दिए गए हैं जो की केवल कागज पर हैं। उसके आलावा ऐसे बोहोत सरे चैन ट्रांजेक्शन भी देखे गए हैं जिनसे साफ दिखता हैं की इन सब ट्रांजेक्शन का फायदा सीधा सोनू को ही मिल रहा हैं। सीबीडीटी के अगर ये सच साबित हो गए तो सोनू बोहोत बड़ी मुश्किल मैं फंस जायेंगे।