आज भी देश और दुनिया में ऐसे बहुत सारे लोगों को हमने ईमानदारी से बहुत से लोगों की मदद करते देखा है। दुनिया में आज भी ऐसे कई लोग मौजूद है जो भले ही गरीब हो लेकिन वह ईमानदारी से लोगो का दिल जित लेते है। ऐसा ही एक किस्सा हैदराबाद शहर के नलगोंडा जिले के देवरकोंडा से सामने आया है जहा पे लोग एक रिक्सा चालक की तारीफे करते नहीं थक रहे है।
हैदराबाद शहर के नलगोंडा जिले के देवरकोंडा में रहने वाले रामुलु नाम के एक शख्स ने ईमानदारी एक बेशकीमती मिसाल पेश की है। आपको बतादे के वह पेशे से एक रिक्शा चालक है। रामुलू ने अपने परिवार का पेट पालने के लिए यहां हैदराबाद में रिक्शा चलाना शुरू किया। एक दिन उसके रिक्शा में दो लोग बैठे थे। उनके पास एक बहुत बड़ा बैग था। दोनों को रिक्सा में बिठाने के बाद उन दोनों को उनके घर छोड़ दिया। लेकिन उसके बाद रामुलू ने जो देखा तो उनकी आँखे बहार निकाल आयी।
रामुलु उन दोनों को उनके घर छोड़ने के बाद अपनी रिक्सा लेके आगे बढे तो कुछ देर बाद उसे पता चला कि दोनों लोग के पास जो बेग था वह बैग रिक्शा में भूल गए हैं। रामुलू ने बैग खोलकर देखा तो उसके होश उड़ गए। बेग पैसो से भरा पड़ा था सबसे पहले तो वह बहुत डर गये उनके पसीने छूट गये।
रामुलू ने बताया के उसने बैंक से 1.5 लाख रुपये का लोन लिया हुआ था।वह चाहता तो उस पैसो से उसका कर्जा निपटा सकता था लेकिन उसने ऐसा नहीं किया उसने बिना देर किए यात्रियों को जहा उतारा था वहा गया और दूसरी ओर उन दो यात्रियों को भी इस बात की चिंता सता रही थी कि उनके पैसे के साथ बैग कहां खो गया होगा। यात्रियों ने पुलिस में शिकायत भी की। लेकिन रामुलु ने पैसो से भरा बैग उन दोनों को वापस कर दिया। रामुलू की ईमानदारी से इतना खुश हुआ कि उसने उसे इनाम में दस हजार रुपये इनाम के तौर पर दे दिए। तो इस पर रामुलु को उसकी ईमानदारी का फल मिला।