अगर आप भी आटा खुद न पिसवाते हुए कही बहार से तैयार आटा लेट हैं तो सावधान हो जाये क्युकी अभी अभी उत्तरप्रदेश में एक छापामारी में बोहोत ही ख़राब नज़ारे देखें को मिले हैं। आगरा में उत्तरप्रदेश की खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशाशन की टीमने अग्रवाल फ़ूड इंडस्ट्रीज पर छापा मारा, जो की रसोई रतन नाम का आटा बनाते हैं। छापे में गोदाम में घटिया किस्म का गेहूं मिला इतना ही नहीं वहां सड़े-गले चूहे भी मिले। यह सब देखकर टीम के होश उड़ गए।
गेहूं के भंडारण का हाल देखा तो मरे हुए चूहे मिले, बिल्ली और चूहों के मल बिखरे हुए थे। वहां चूहा मारने की दवा भी पाई गई। वह पहुंची टीमने घटिया किस्म का एक क्विंटल गेहूं के स्टॉक को नष्ट करवाया और उसके आलावा दलिया और बेसन का नमूना भी जांच के लिए भेज दिए गए हैं। इसके आलावा फैक्टरी के मालिक को नोटिस भी दिया गया है।
जब अधिकारीयों ने कंपनी के मालिक से इसके बारे में पूछा तो उसने बताया की आधुनिक मशीनें हैं जोकि इसमें से खराब गेहूं मशीन अलग कर देती हैं। हलाकि जब उसको मरे हुए चूहे और दवाई के बारे में पूछा गया तो वो चुप रह गया। जब छपा मारा गया तब फैक्टरी में कोई तैयार आटा नहीं था, ऐसे में यहां तैयार हो रहे दलिया और बेसन का नमूना लेकर जांच के लिए भेजा है। फैक्टरी में मिली गंदगी के बारे में बात करे तो वहां सीलन थी और जाले लगे हुए थे। बिलकुल भी साफ-सफाई नहीं थी। गोदाम में नौ कर्मचारी कार्य करते मिले जिन्होंने ये एप्रिन और ग्लव्स नहीं पहने हुए थे।