जहा एक तरफ सोने की कीमते आसमान छू रही हे, वही दूसरीतरफ भारत विदेशो से सोने की आयत कर रहा हे. ऐसे मे भारत मे ही सोने की विशाल खान मिलने की खबर मिल रही हे. बिहार सरकार ने जमुई जिले में देश के सबसे बड़े सोने के भंडार कहे या रिजर्व मे खनन की अनुमति देने का फैसला किया है. कही सालो से कहा जाता था की बिहार के जमुई मे भारत का सबसे बडा रिजर्व मौजूद हे, अब वहा खनन की अनुमति दे दी गई हे.
भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण मे पता लगा हे की जमुई जिले में 22.68 करोड टन सोने का भंडार है जिसमें 37.6 टन खनिज सोना है, यह इतना सोना हे की भारत की किस्मत बदल सकता हे. साथ ही भारत के द्वारा विदेशो से मंगवाए जाने वाले सोने पे रोक लगाई जा सकती हे. मिलती खबरों के अनुसार बिहार खनन विभाग जमुई में सोने के भंडार का पता लगाने के लिए GSI और राष्ट्रीय खनिज विकास निगम सहित अनुसंधान एजेंसियों के सामने यह बात रखेंगे और खनन जल्द शरू हो ऐसी मांग रखेंगे.
विशेषग्न्यो को जमुई जिले के करमाटिया, ज़ाज़ा और सोना जैसे विस्तारो मे सोने के भरी भंडोर होने के सबूत मिले हे. बिहार सरकार एक महीने के भीतर तीन चरण के शोध के लिए केंद्रीय एजेंसियों के साथ काम करेगी. जिससे यह बेशकीमती सोना निकला जाये. पिछले साल लोकसभा मे केद्रीय खान मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा था कि बिहार में 22.28 करोड़ टन सोना है, जो देश के कुल सोने के भंडार का 44 फीसदी है. कच्चे सोने का कुल स्रोत 654.74 टन और साथ ही सोने की धातु 50.18 करोड़ टन हो सकता हे.
यहा के लोग बताते हे की आज से लगभग 15 साल पहले कोलाकाता से भी एक टीम आई थी. जिसने करमटिया मे रुक के अध्ययन किया था और सोना होने की बात कही थी। इसके बाद यह एरिया खबरो मे आया और कई जांच टीमे पहुंची और पता चला की जमुई जिले में सोने का बड़ा स्त्रोत है। जब यह खबर सरकार तक पोहची तो आनन-फानन में करमटिया को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर दिया गया। 1982-1986 तक यहा पर खुदाई भी हुई और एक दिन उसे अचानक बंद कर दिया।