पडोसी देश पाकिस्तान मे आज कल राजनैतिक अस्थिरता का माहौल बना हुआ हे. भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान मे आजादी के बाद से ही एक भी सरकार या एक भी पीएम अपने 5 साल मुश्किल से खत्म कर पाया है। पाकिस्तान अपनी हिस्ट्री को दोहराते हुए आज इमरान खान के साथ भी ऐसा ही होने जा रहा हे और उनके खिलाफ अविश्वास का प्रस्ताव रखा गया हे. जैसा की हम लोग जानते हैं पाकिस्तान मे आजकल बेहद ही ज्यादा महंगाई की मार हे साथ ही विदेशों से लिया हुआ भारी कर्ज चुकाने में पाकिस्तान धीरे धीरे असमर्थ होता जा रहा है। ऐसे में पाकिस्तान की सरकार का विरोध पाकिस्तान मे हर शहर मे हर गली मे देखा जा रहा है।
इमरान खान की कुर्सी जाना लगभग तय नजर आ रहा है, वैसे मे इमरान खान अपनी सरकार को बचाने के लिए हर संभव कोशीश कीये जा रहे है। नेशनल असेंबली की कार्यवाही भी शुक्रवार को स्थगित कर दी गई थी। जीस वजह से इमरान खान की सरकार को ज्यादा से ज्यादा वक्त मिल पाए।आपको बता दे की नेशनल असेंबली की नई तारीख 28 मार्च तक यानी कि सोमवार तक स्थगित कर दी गई है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार के दिन सदन के पटल पर इमरान खान के खिलाफ़ अविश्वास का प्रस्ताव रखा जायेगा। आज इमरान खान अल्पमत में नजर आ रहे है. कही लोग बागी बने हे. इमरान खान की अब पूरी कोशीश रहेंगी की उनको मिले 2 दिन में वह ज्यादा से ज्यादा सभ्य जोडे और उनके खिलाफ़ बना अविश्वास के प्रस्ताव को रोक दे. वहीं इमरान खान के कुछ मंत्री दावा कर रहे हैं की उनके 24 बाकी सांसदों में से कुछ सांसदों के साथ उनकी बातचीत शुरू है और उनको वापस दल के साथ जोड़ा जाएगा। वही स्पीकर पर दबाव डाला जा रहा है की अविश्वास प्रस्तव को कम से कम एक महीने के लिए टाल दिया जाये.
वही इमरान खान को मेजोरिटी में रहने के लिए 172 सीटें होना जरूरी है। विपक्षीय दलों का कहना है कि उन्होने यह आंकडा छू लिया है और बाकी सदस्यों को मिलाके वह मेजोरिटी में आ सकते हैं। इस हिसाब से देखा जाए तो इमरान खान का जाना तय नजर आ रहा है।वही एक तरफ इमरान खान अपने पूरे कॉन्फिडेंस में नजर आ रहे हैं और उनका कहना है कि उनके सभी सदस्य उनके साथ नज़र आयेगे और अविश्वास का प्रस्तावएक प्रस्ताव ही बन के रह जायेगा.