IRCTC का दूसरे क़्वार्टर का रिजल्ट आ गया हे, जो शानदार दिख रहा हे. पिछले साल इसी कवार्टर मे IRCTC ने ३२ करोड का मुनाफा किआ था जो आज बढ़ के १५८.५ करोड के पास हे. मुनाफा करीबन ३८६ % तक बड गया हे. वही कंपनी का रेवेन्यू भी 357 % तक बढ गया हे. इस साल कम्पनी का रेवेन्यू ४०५ करोड रहा जो पिछले साल सिर्फ 88 करोड था. कम्पनी ने हालही मे अपने शेयर भी स्पिट किये हे. कम्पनी ने 10 रुपये की फेसवैल्यू को गता कर 2 रुपये कर दी हे. आइये जानते के कम्पनी के बारे मे.
IRCTC की स्थापना 1999 मे भारतीय रेल्वे के द्वारा की गई थी. IRCTC ट्रेन में खाना, टूरिसम, हॉस्पिटालिटी और टिकिट बुक करने जैसी सुविधा देती हे. IRCTC तेजस जैसी ट्रेनों का संचालन भी करती हे. कंपनी का इस सेक्टर में एकाधिकार हे, इसीलिए जानकार कहते है की IRCTCका शेयर आगेभी बढ सकता ह. आज IRCTC के पास 2 करोड से भी ज्यादा रजिस्टर उपभोक्ता हे. IRCTC को इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिसम कारपोरेशन के नाम से भी जाना जाता हे.
IRCTC का आईपीओ OCT-2019 मे आया था, यानि आज से 3 साल पहले। यह आईपीओ उस वक्त सिर्फ 320 रुपिये प्रति शेयर के भाव पे मिल रहा था. IRCTC के पास रेल्वे के अच्छे कॉन्टैक्ट होने की वजह से शेयर की कीमतो मे भारी तेजी देखने को मिली यह शेयर पिछले 3 सालो मे 15 गुना बढ गया. मार्केट एक्सपर्ट्स का मान ना हे की आने वाले कुछ वक्त मे यह शेयर 1000 रुपये से भी उपर जा सकता हे.
अगर आप रेल्वे स्टेशन पर जाते हो तो अपने रेल नीर पानी की बॉटल खरीदी होगी जो IRCTC के द्वारा बेची जाती हे. उसी के साथ भारत की ज्यादातार ट्रैन मे मिलने वाला भोजन IRCTC के द्वारा तैयार किआ जाता हे. IRCTC स्टेशन पे एयर कंडीशनर वेटिंग रूम से लेके होटल्स रूम तक अपने ग्राहकों को देती हे. सुर्खिया बटोर ने वाली तेजस ट्रैन भी IRCTC के द्वारा संचालित होती हे. इन सब खूबियों की वजह से IRCTC के शेयर की कीमते 15 गुना बढ़ जाने के बाद भी एक्सपर्ट इसमें SIP के तौर पे इन्वेस्ट करने की सलाह देते दिखाई देते हे.
पिछले 3 महीने मे यह शेयर 100% रिटर्न दे चूका हे. शेयर की कीमते 6000 रुपये को छू गई थी जब इसको स्प्लिट किआ गया. स्प्लिट करने पर इसकी कीमते 1200 के आसपास थी जो घट के अभी 846 के आसपास हे. यह शेयर 1200% से भी ज्यादा का रिटर्न देके एक भरोसेमंद कंपनी के नाम से उभरा हे. सरकार ने IPO के जरिये 13% और उसके बाद २०२० मे 20 प्रतिशत की हिसाब से ३३ प्रतिशत हिस्सेदारी मार्केट मे रखी. आज भी भारत सरकार के पास इसकी 67% हिसेदारी हे.