आपको बता दें कि रिलायंस ग्रुप ने हाल ही में एक फैसला लिया है, जो बड़े दिग्गजों और बड़े समूहों को टेंशन देने वाला है। सच तो यह है कि मुकेश अंबानी ने अपने रिलायंस ग्रुप में एक बहुत बड़ा फैसला लिया है और इस फैसले को लेने थोड़ा जोखिम भी है और यह बात ब्रोकरेज नामुरा ने कही है। और क्या है वो फ़ैसला जिसकी वज़ह से बड़ी कंपनिया टेंशन में आ गई है. अब बात करते हैं उस फैसले की जिससे हर कोई परेशान हो रहा है.
फैसला क्या है ???????
दरअसल, रिलायंस ने अपने एफएमजीसी ब्रांड के तहत ‘इंडिपेंडेंस’ लॉन्च किया है। और इस कंपनी को राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने की योजना बनाई गई है।। इस ब्रांड को रिलायंस की दो बड़ी कंपनियों RVL और RCPL ने पेश किया है।
नामुरा ने क्या कहा??????:
नामुरा ने कहा कि रिलायंस दूसरी बड़ी कंपनियों से मुकाबला करेगी जैसे रिलायंस को खाद्य तेल और अनाज में अडानी विल्मर से मुकाबला करना होगा। और इसी तरह अलग अलग कंपनी को टक्कर देगी जैसे की पतंजलि को आटे में टक्कर देनी होगी। और पारले को बिस्किट में टक्कर देनी होगी। और मसालों में टाटा कंज्यूमर से मुकाबला करना होगा। आईटीसी को बिस्किट सेगमेंट में प्रतिस्पर्धी होना होगा। और इसी तरह रिलायंस दूसरी कंपनियों से मुकाबला करेगी और बाकी सभी कंपनियों को काफी मेहनत करके बाजार में टिके रहना होगा।
नामुरा के मुताबिक, रिलायंस ने इस ब्रांड को आरवीएल और आरपीसीएल ने लॉन्च किया है, इसलिए यह ब्रांड राशन की होम डिलीवरी में सक्रिय रहेगा और इस कंपनी को आगे बढ़ने के लिए बाजार में नए नए ऑफर लाने होंगे, क्युकी टाटा, अडानी, पारले जैसी कंपनियों टक्कर दे सके.नए नए ऑफर के जरिए कंपनी अपना एक मुकाम हांसिल करेगी।
आपको बता दे की मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी के ज्वाइंट वेंचर ने इस इंडिपेंडेंस को लॉन्च करने में करीब 250 करोड़ रुपए का निवेश किया है और इस मार्केट के हिसाब से अगर यह कंपनी अच्छी चलती है तो 5-6 महीने में इसकी वैल्यू 1000 करोड़ के आसपास पहुंच जाएगी।