ना तो कोई लॉटरी लगी, न तो कोई लकी ड्रॉ और ना तो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ गेम शो से कोई पैसा जीता और तो और ना कोई खजाना हाथ लग गया।फिर भी बिहार के एक गांव के लोग बैंक के बाहर लाइन लम्बी लम्बी लाइन में खड़े हैं और अपने बैंक खाते की जमा राशि की जांच कर रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि स्कूल में पढ़ने वाले गांव के दो बच्चों के खातों में रातों-रात इतना पैसा जमा हो गया है कि सबकी आंखे बहार आ गई। बच्चों के खातों में बड़ी मात्रा में बैंक बैलेंस होने से क्षेत्र के लोग बैंक तक पहुंच रहे हैं कि उनके खातों में कितना पैसा जमा है। लोगों को उम्मीद है कि उनके खाते में भी पैसा जमा हो सकेगा।
आपको बतादे के यह पूरी घटना बिहार के कटिहार जिले के पस्तिया गांव की है। जहा बुधवार की शाम सभी गांव वाले अपने बैंक खाते का बैलेंस चेक कर रहे थे। दरअसल, उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक में छह वर्षीय दो छात्रों के खातों में एक साथ करोड़ों रुपये जमा किए गए। कक्षा-6 में पढ़ने वाले असित कुमार के खाते में 6 करोड़ 20 लाख 11 हजार 100 जमा किए गए। गुरुचंद्र विश्वास नाम के एक छात्र के खाते में 905 करोड़ रुपये से भी ज्यादा जमा हुए थे। दरअसल सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले इन दोनों बच्चों के खाते में ड्रेस के लिए सरकारी पैसा जमा किया जाना था. हालांकि एक साथ इतने पैसे अकाउंट में आये पर हाथ न आने पर दोनों परिवार सदमे में आ गए।
बच्चे गांव के इंटरनेट सेंटर में जाकर यह देखने गए थे कि उनके अकाउंट में कपड़े की रकम जमा हो गई है या नहीं। दोनों को विश्वास नहीं हुआ जब उन्हें अपने खाते में जमा राशि के बारे में पता चला। केंद्र पर मौजूद अन्य लोग भी यह जानकर हैरान रह गए कि दोनों बच्चों के खातों में इतना पैसा जमा हो गया है.
रातों-रात करोड़पति बने दोनों बच्चों को समझ नहीं आ रहा है कि ये कैसे हो गया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बैंक के मैनेजर मनोज गुप्ता भी परेशान हैं. दोनों बच्चों के खातों को फिलहाल बैंक ने फ्रीज कर दिया है, यानी उन पर लेन-देन पर रोक लगा दी गई है. बैंक ने इस बारे में वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी है।
ऐसा ही एक मामला खगड़िया जिले में एक दिन पहले हुआ था। रंजीत दास नाम के एक निजी ट्यूटर के खाते में साढ़े पांच लाख रुपये जमा किए गए। यह राशि बैंक की गलती के कारण जमा की गई थी। बाद में बैंक ने रंजीत दास को राशि वापस करने के लिए नोटिस भेजा। हालांकि, उन्होंने राशि वापस करने से इनकार कर दिया।