हम बात कर रहे हैं भारत ली सबसे उम्रदराज़ महिला बसंत कौरजीकी जो पंजाब के जालंधर जिले के सबुवाल गांव की रहने वाली थी। उनके परिवार की माने तो उनकी उम्र दरअसल १३४ साल थी। उनका जन्म १९ वि सदी मैं हुआ था और २० वि सदी मैं उनकी शादी हुई थी। २१ वि सदी मैं वह दुनिया छोड़कर चली गयी। वह भारत की एकमात्र एजसी महिला थी जिन्होंने ब्रिटिश राज एवं भारत पाकिस्तान का बटवारा देखा था।
कमाल की बात तो यह थी की ना तो उनको कभी बीपी की समस्या थी और नै कभी शुगर की। अपने जीवन कल मैं वो कभी भी डॉक्टर के पास नहीं गयी। उनको मीठा खाना पसन्द था और वो हमेशा बड़े शोख से खाती थी। परिवार के मुताबिक उन्होंने खाना खाया और उसके १५ मिनट बाद उनकी छाती मैं हल्का सा दर्द हुआ और उनकी मौत हो गयी।
हालाँकि वो अपनी पांचवी पीढ़ी के साथ प्यार से रहती थी फिर भी वो अपनी ज़िन्दगी को कोसती थी क्युकी उम्र के चलते उनके ५ बच्चो की मोते देखि थी उन्होंने। उनके सबसे बेटे की मृत्यु ९५ साल की आयु मैं हुई थी। उनके पति का १०५ साल की उम्र मैं १९९५ मैं निधन हो गया था। इसलिए वो हमेशा कहती रहती थी की भगवान मुझे भूल गया है, मेरी उम्र ख़तम हो चुकी हैं। मेरे बाद की दो पीढ़ियां जा चुकी हैं पर मैं अब तक जीवित हूँ। में कब जाउंगी। बतादे की अभी वसंत कौर जी की ५ वि पीढ़ी चल रही हैं। १३ पौत्रिया, १२ पौते और ८ पड़पौते- पड़पौतिया हैं।