जैसा की हम जानते हे सोमनाथ मंदिर सोने से बना हुआ था और विश्व के बेशकीमती जेवरात यहा मौजूद थे. सोमनाथ को विदेशी आक्रान्तो द्वारा कही बार लुटा गया. मगर हर बार सोमनाथ फिर खडा हुआ. आज तक किसीने लूटी हुई सम्पत्ति वापस लेन के लिए कोशिश या दावा नहीं किआ हे ऐसे मे मजहरखान का सपना हे की सोमनाथ से लुटा हुआ खजाना वापस मंदिर को लौटाया जाये.
गुजरात के आणंद मे रह रहा यह मुस्लिम परिवार पिछले २ पीठि से सोमनाथ मंदिर का अध्ययन कर रहा हे. यह मांग आज से नहीं हे मजहर के पिता भी सोमनाथ के खजान वापस लेन के लिए अथात प्रयत्न कर चुके हे. आपको बता दे की मजहरखान निसारखान पठान जूनागढ़ के नवाब परिवार से है। उन्होंने कही सालो तक अफ्रीका में सोने की खदानें खोजने के लिए काम किया हे। उनके पिता जाम्बिया के राष्ट्रपति के विशेष सलाहकार भी रह चुके हे। साथ ही सोमनाथ मंदिर पे उनका अध्यन भी शरू था.
सोमनाथ मंदिर का खजाना अफगानिस्तान से भारत वापस लाने के लिए, उन्होने तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी और वीपी सिंह कोपत्र लिखके उनके संशोधन को आगे रखा था. जिसमें मोहम्मद गजनी द्वारा लूटे गए 6 टन से अधिक सोना और दुर्लभ शिवलिंग की बात की गई थी. इतना ही नही उन्होंने बताया था की मंदिर के गेट लाल चन्दन की लकड़ी से बने हुए थे. जिसे हाथी द्वारा खिंच के ले जाया गया था. उसकी नक्क्षी बेहद बारीक थी. 2001 में निसार खान का निधन हो गया।
निसार खान का आखरी सपना था की सोमनाथ का लुटा हुआ खजाना वापस आये. उनके निधन के बाद उनके पुत्र ने यह काम आगे बढाया। उनका मानना हे की यह मंदिर मे यह जगह पर साक्षात भगवन का वस् हे और शायद ये प्रथम ज्योतिर्लिंग होने के साथ साथ दुनिया का प्रथम मंदिर भी हो सकता हे. युवक ने सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट को पत्र भी लिखा था और बताया थी की हमे यह खजाना कैसे भी करके वापस लाना चाहिए।
वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति को भी पत्र लिख चुके हे. उनके अध्यन के हिसाब से बहुमूल्य खजाने के साथ 70 करोड़ रुपये लूट लिए गए थे. मजहर खान ने सिंध और अफघानिस्तान से यह खजाना वापस लेन के लिए आंदोलन भी किआ था. अपने पिता से किया वादा निभाने के लिए मजहर खान आज भी सोमनाथ खजाने की लडाई लड रहे हे.
अफगान लुटेरा मोहम्मद गजनी ने 1024 के आसपास सोमनाथ मंदिर पर आक्रमण किया और यह से 6 टन सोना जेवरात लूंट गए जिसकी कीमत 700 मिलियन से अधिक बताई जाती हे. उ नका कहना हे की पिता के शोध के अनुसार, लूटी गई संपत्ति को मोहम्मद गजनी की कब्र के पास जमीं के अंदर तहखाना बना के रखा गया था. युवक और उसके परिवार की जितनी तारीफ की जाये उतनी कम हे, ऐसे ही लोग देश को आदर्श बनाने मे मदद करते हे.