पेट्रोल डीज़ल की मार हर क्षेत्र को पड़ी हैं। कृषि उत्पाद भी महंगे होने लगी हैं।इसी बात को केंद्र में रखते हुए अभी केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इंदौर के ब्रिलिएंट कन्वेंशन में सडक़ परियोजनाओं के लोकार्पण-शिलान्यास कार्यक्रम मालवा के किसानो के बारे में बात करते हुए बताया की यदि यहां ट्रेक्टर CNG से संचालित होने लगे तो नहीं सिर्फ किसानो को रहत होगी बल्कि प्रदेश के विकास की गति भी तेज हो जाएगी।
गडकरी ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री से कहा कि आप CNG ट्रैक्टरका इंतजाम करें। CNG पंप केंद्र सरकार आपको उपलब्ध कराएगी। यह मध्यप्रदेश में जलवायु संरक्षण के क्षेत्र में एक बहुत ही उमदा पहल होगी। जिस तरह इंदौर में ‘वेस्ट टू वेल्थ’ का कार्य हो रहा है। उसी तरह से मैं इंदौर नगर निगम आयुक्त को सुझाव दूंगा कि वे टॉयलेट के गंदे पानी से ग्रीन हाइड्रोजन के निर्माण के क्षेत्र में भी कार्य करें। भविष्य में पेट्रोल और डीजल की जगह ग्रीन हाइड्रोजन से गाड़ियों को चला सकेंगे। आज भारत ऑयल के इंपोर्ट के लिए जाना जाता है, यदि हमने इस दिशा में कार्य किया तो हम भविष्य में ग्रीन हाइड्रोजन के एक्सपोर्ट के लिए जाने जाएंगे।
क्या हैं CNG ट्रेक्टर के फायदे?
पेट्रोल एवं डीज़ल के मुकाबले CNGकी लगत काम आती हैं। जिससे ईंधन में होने वाले खर्च में लगभग 50% कम होगी और आय बढ़ जाएगी।
डीज़ल की तुलना में ७०% कार्बन उतसर्जन काम होने की वजह से CNG जलवायु संरक्षणमें भी मदद करेगा।
खेतोंमें जो व्यय के रूप में परली उत्पन्न होती हैं उसको bio-CNG बनाने के लिए कच्चे मॉल के तौर पर उपयोग किया जा सकता हैं जिससे किसानो के लिए परली से भी आय होना संभव हैं।