आज जहा किसान पाई पाई का मोहताज हे, किसान १२ महीने मजदूरी करके भी अपने लिए ज्यादा कुछ कमा नही पाता वही कुछ किसान साइंटिफिक खेती करके लाखो रुपये कमा रहे हे. आपको जान के तब्ज्जुब होगा की वह कोई बड़े किसान नहीं हे पर वह इसलिए ज्यादा कमाते हे क्यों की वह किसान इन चीजों क्या ध्यान रखते हे: अछे तरह से खेती का रख रखाव हो, या फिर पोलीहॉउस, ग्रीनहाउस जैसी तकनीक का इस्तेमाल करना हो, या फिर बिना दवाइयो के ऑर्गनिक पाक लेके उनको बाजार में अछे से मार्केटिंग कर के बेचना हो. आज हम ऐसे ही एक किसान के बारे में आपको बताने जा रहे हे जिन्होंने लाल भिंडी की खेती करके लाखो रुपये कमाए.
आपने हरी भिंडी तो बहुत देखी होगी पर कभी लाल भिंडी देखी है? आप मार्केट में जाते हो भिंडी खरीदने के लिए तो आप भिंडी के कितने रुपए दे सकते हो या कितने रुपये दिए हे? 20, ₹50, 100 रुपए? उसके ऊपर शायद ही किसी ने 1 kg भिंडी का दाम देखा होगा। मगर हम कहे की एक किसान ऐसा भी हे जो 1 kg भिंडी को बाजार मे 800 रुपये प्रति किलो बेच रहा हे, तो आपको आश्चर्य होगा मगर यह सच हे.
मध्य प्रदेश के भोपाल में खजूरीकलान नाम के गांव में एक किसान है, जिनका नाम मिश्रीलाल हे, उन्होंने लाल भिंडी उगाई है जिसकी बाजार में कीमत ₹800 किलो है। साधारण भिंडी का कलर हरा होता है लेकिन यह भिंडी का कलर लाल है और इसमें हरी भिंडी से ज्यादा मात्रा में पौष्टिकता होती हे। यह भिंडी इम्युनिटी बढ़ाने, ह्रदय रोग, बालो के लिए, ब्लड प्रेशर, अछि आँखों के लिए, डायबिटीज है या जिनको हाय कोलेस्ट्रॉल की दिक्कत है उन सभी लोगों को यह भिंडी बहुत काम आती है, ऐसा मन जाता हे.
जब उनसे भिंडी उगाने का तरीका पूछा गया तो उन्होंने बताया की, वह शहर के एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट से 1 किलो बीज खरीदा था, उसके बाद बुआई की गई 30 दिनों बाद फूल आए और 40 दिनों के भीतर भिंडी उगने लगी. उन्होंने बताया 1 एकर मे 50 से 60 क्विंटल भिंडी ले सकते हे, और इसका बाजार मूल्य भी अछा मिल जाता हे. पारम्परिक खेती से ऊपर उठ के नया करने की सोच ने इस किसान को ाचा मुनाफा दिलाया.