हमारे देश भी आज भी कई जगहे ऐसे ही जहा पर अत्याधुनिक सुविधाए नहीं पहुंच पायी है। वहा के लोगो को आज भी जरूरत मंद सुविधाए न मिलने पर मुश्किलों का सामना उठाना पड़ता है। ऐसे में झारखंड से एक हैरान कर देने वला मामला सामने आया है। बतादे के इस हैरतअंगेज मामले में एक मरीज को अस्पताल ले जाने के लिए परिजन 108 एंबुलेंस का इंतजार करते रहे, लेकिन जब काफी देर इंतजार के बाद भी एंबुलेंस नहीं पहुंचा तो मजबूरी में परिजन मरीज को ठेले पर लिटाकर अस्पताल पहुंचे।
यह एकलौता ऐसा मामला नहीं है आज से कुछ दिनों पहले भी एक ऐसा मामला सामने आया था। जिसमें हमने बताया था किस तरह एक एम्बुलेंस सदर अस्पताल से मरीज को लेकर रांची के लिए निकलता तो है लेकिन रास्ते में ही एम्बुलेंस बंद हो जाता है और फिर ठेलने पर भी स्टार्ट नहीं होता है। उस समय इस खबर के चलने के बाद सदर अस्पताल द्वारा बेहतर व्यवस्था करने का दावा किया गया था। लेकिन, एक बार बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खुलती नजर आ रही है।
यह पूरा मामला गढ़वा जिले श्री बंशीधर नगर का है, दरअसल श्री बंशीधर नगर थाना क्षेत्र के अहिरपुरवा में पति-पत्नी के विवाद में हुई मारपीट की घटना में पांच लोग घायल हो गये थे घायल के परिजनों ने एम्बुलेंस के लिये फोन किया. लेकिन, काफी देर तक एम्बुलेंस नहीं आने पर लोग गंभीर रूप से घायल दो लोगों को ठेला पर लादकर अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया।
घटना में वीरेंद्र राम की मां सोनपतिया देवी की हालत गंभीर हो गई, जिन्हें अस्पताल पहुंचाने के लिए 108 नंबर पर एंबुलेंस पर कॉल किया गया। लेकिन, एम्बुलेंस कॉल सेंटर से एक घंटे में एम्बुलेंस आने की बात कही गयी, जिसके बाद मां की हालत गंभीर होती देख तत्काल उन्हें ठेले पर लादकर अनुमंडल अस्पताल पहुंचा, जहां चिकित्सकों के द्वारा उनका इलाज किया जा रहा है।