अक्सर किस्से सामने आते है की, कोई गरीब व्यक्ति अचानक से अमीर बन गया हो या कोई गरीब व्यक्ति न होकर उसके पास छिपी करोडो की संपत्ति सामने आती दिखती है| कुछ समय पहले एक वाकिया हुआ था, उसमे दो बच्चो के खाते में अचानक से कई करोड़ रुपये आ गए थे लेकिन बादमे जांच करने के बाद मालुम चला था की वह गलत जानकारी थी| आज हम आपको इस लेख में ऐसी घटना के बारे में बताएँगे जिसको पढ़ आप चौकन्ने हो जायेंगे|
दरअसल यह मामला, उत्तरप्रदेश के मथुरा का है| यहाँ पर प्रताप सिंह नाम के रिक्शाचालक को आयकर विभाग ने 3 करोड़ रुपये से ज्यादा का नोटिस थमा दिया है| प्रताप सिंह मथुरा के बाकलपुर क्षेत्र के अमर कोलोनी में रहते है| जैसे ही उन्हें यह नोटिस मिली तो वह हक्के बक्के रह गए और आनन फानन में पोलिस स्टेशन दौड़े थे| वहा पर जाकर उन्होंने अपने साथ हुई इस घटना के बारे में बताया था|
प्रताप सिंह ने ठगे जाने की शिकायत कराइ है| थाना के प्रभारी अनुज कुमार का कहना है की प्रताप सिंह की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज नहीं करा गया है लेकिन पोलिस इस विषय पर गौर कर रही है| आपको बतादे की प्रताप सिंह पढ़े लिखे नहीं है| कुछ समय पहले उनको बेंक द्वारा कहा गया था की उनके एकाउंट में पेन कार्ड जमा करवाना है| तब वह अपना पेन कार्ड निकलवाने गए थे|
पेन कार्ड निकलवाने में उन्हें करीब 3 महीने लग गए| 3 महीनो तक उन्होंने बहोत दिक्कतों का सामना करना पड़ा तब जाकर उन्हें पण कार्ड मिला था| 19 अक्तूबर को आयकर विभाग ने उन्हें फोन के जरिये संपर्क किया था और नोटिस भिजवा दिया था| उन्हें करीब 3,47,54,896 रुपयों का नोटिस भेजा गया है| उनके पेन कार्ड से GST नंबर रजिस्टर किया गया है और साल 2008-19 में इसमें करीब 43,44,36,201 रुपये का कारोबार किया गया था| आयकर विभाग के अधिकारियो ने प्रताप सिंह को प्राथमिक रिपोर्ट दर्ज करवाने की सलाह दी है|