संजय मिश्रा बॉलीवुड का जाना माना नाम हे, बॉलीवुड में 30 साल काम करने के बाद भी एक ऐसे एक्टर है जिनको एक ढाबे पर लोगों के जूठे बर्तन मांजने पड़े थे। अक्सर लोगों को फिल्म में मेन कैरेक्टर हीरो हीरोइन के अलावा दूसरे किरदारों के बारे में सोचने का ज्यादा टाइम नहीं मिलता होगा।लेकिन यह बात आप जुटला नहीं सकते की आसपास के सपोर्टिंग किरदारों के बिना कोई भी फिल्म बिना शक्कर के चाय जैसी होती है।
संजय मिश्रा को बॉलीवुड में करीबन हर तरह के किरदार मैं हमने देखा है। और उनके हर किरदार एक अलग ही छाप देते हैं,जो फिल्म में जान डालने का काम करता है। लेकिन उनका कॉमेडी रोल सबको ज्यादा पसंद आता है। उन्होंने ऑल द बेस्ट, फस गए रे ओबामा ,धमाल, वेलकम और गोलमाल, सारे जहा, मसान , किक २, डबल धमाल जैसी सुपर डुपर हिट फिल्म में काम किया है।
संजय मिश्रा आज एक जाने-माने एक्टर है। लेकिन बहुत ही कम लोगों को पता है कि संजय मिश्रा ने एक बार बॉलीवुड का काम छोड़ने का पूरा मन बना लिया था। संजय मिश्रा ने एक न्यूज़ इंटरव्यू में कहा था कि एक समय पर वे निजी जिंदगी में इतने परेशान हो गए थे, कि वे अपना प्रोफेशन बदलने पर मजबूर हो गए थे। संजय ने बताया कि वे बहुत बीमार थे, और उनके पिताजी का भी निधन हो गया था। संजय मिश्रा का कहना था की वह किसी भी तरह के चूहे बिल्ली की रेस मे नहीं पडना चाहता। उनके पास जो भी हे जिस वक्त भी हे उन चीजों में वह खुश रहना चाहते हे.
यही सोच को लेके वह मुंबई छोड़कर ऋषिकेश चले गए थे। वहां पर एक ढाबे पर आमलेट बनाने और लोगों के जूठे बर्तन धोने का काम कर रहे थे। संजय मिश्रा को ढाबे पर प्रतिदिन ₹150 से 200 के हिसाब से मजदूरी मिला करती थी। ढाबे पर कई लोग उनको पहचान भी लिया करते थे।ढाबे पर काम करने जाने से पहले संजय मिश्रा गोलमाल जैसी सुपरहिट फिल्म में काम कर चुके थे। इन्ही सब चीजों से पता चलता हे की संजय मिश्रा कितने जमीं से जुड़े इंसान हे. उनके पास काम की कमी न होते हुए भी एक साधारण जिंदगी जीना पसंद किआ.
इसके बाद एक दिन रोहित शेट्टी का फ़ोन आता हे और वो उको फिल्म इंडस्ट्री मे वापस बुलाने के लिए समजा लेते हे. इसके बाद रोहित शेट्टी की फिल्म ऑल द बेस्ट का ऑफर आया और संजय मिश्रा वापिस बॉलीवुड में आ गए। संजय मिश्रा का जन्म 1963 में कि साल में हुआ था। उन्होंने बीएचयू में पढ़ाई करने के बाद नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में एक्टिंग में ग्रेजुएशन कंप्लीट किया है। 1991 मे टीवी सीरियल “ऑफिस ऑफिस” से संजय शुक्ला ने घर-घर में अपनी पहचान बना ली थी।