इंसान जब प्यार में होता है तो कुछ नहीं देखता। बस प्यार करता है और उसे इस बात का पता भी नहीं चलता कि वो एक प्यारी सी कहानी बना रहा है। ऐसी ही एक अनोखी प्यार वाली कहानी सामने आ रही है मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले से। चाहे पास कुछ ना हो, लेकिन प्यार फिर भी इंसान को रईस बना देता है।
एक भिखारी जो इन दिनों अपनी पत्नी से मोहब्बत के कारण चर्चा में बना हुआ है। आखिर उसने ऐसा क्या कर दिया? जी जनाब… बंदे की चर्चा पूरे जिले में हो रही है। भीख मांगकर अपनी गुजर बसर करने वाले संतोष से अपनी पत्नी की दिक्कत देखी नहीं गई। फिर क्या था? उसने अपनी पत्नी के लिए मोपेड खरीद ली।
दरअसल, संतोष साहू और उसकी पत्नी मुन्नी साहू रहने वाले हैं अमरवाड़ा के। संतोष दिव्यांग हैं। उनके पास थी एक ट्राइसाइकिल। इसी पर बैठकर वो इधर-उधर जाकर भीख मांगते, उनकी पत्नी धक्का लगाती। कई बार ऐसा हुआ कि सड़क खराब होने के कारण, चढ़ाई होने के कारण उनकी पत्नी को काफी दिक्कत होती। यह परेशानी संतोष से देखी नहीं गई। तो उसने अपनी पत्नी को मोपेड खरीदकर तोहफे में दी।
बता दें कि संतोष तब से ही एक-एक रुपया जोड़ रहे थे। उन्होंने 90 हजार रुपये जोड़ लिए और फिर उन्होंने कैश ही मोपेड खरीदी। दोनों पति-पत्नी भीख मांगते हैं और इसी से वो रोज करीब 300 से 400 रुपये कमा लेते हैं। दोनों को दो समय का खाना भी बड़े आराम से मिल जाता है। अब दोनों मोपेड से ही भीख मांगने निकलते हैं। बता दें कि छिंदवाड़ा से बीते दिनों बार कोड से पैसे लेने वाला भिखारी भी सुर्खियों में आया था। लेकिन अब संतोष और मुन्नी की कहानी के चर्चे हो रहे हैं।