ज्योतिष शास्त्र में हर चीज होने के पीछे क्या अच्छा होगा क्या बुरा होगा, किसका प्रभाव कितना रहेगा और अच्छा रहेगा या बुरा रहेगा सभी चीजो के बारेमे जानकारी दी जाती है| हर ग्रह निश्चित समय में राशी परिवर्तन करता रहता है| यह परिवर्तन से इसका सीधा प्रभाव मानव जीवन पर पड़ता है|
सूर्य ग्रहों के राजा कहे जाते है, उन्होंने 14 अप्रेल को मंगल की राशी मेष में परिवर्तन किया है और 14 मई तक रहने वाले है| सूर्य को पराक्रम, साहस, मान सन्मान का कारक माना जाता है| सूर्य और मंगल दोनों मित्र गृह होते है| सूर्य के मंगल की राशी में गोचर करने से कुछ राशियो को बहोत फायदे मिलने वाले है| चलिए जानते है|
मिथुन राशी: मिथुन राशी के जातको को सूर्य के इस गोचर के चलते अपनी आय में बढ़ोतरी दिखनेको मिलेगी| सूर्यदेव का गोचर मिथुन राशी में 11वे भाव में हुआ है| यह भाव आय का भाव होता है| इसके चलते आपके सबंध ऐसी जगहों पर बनेंगे जिसके चलते भविष्य में आपको बहोत फयदा मिलेगा और आपकी आर्थिक परिस्थिति बहेतर होगी|
कर्क राशी: कर्क राशी में सूर्यदेव ने 10वे भाव में गोचर किया है| 10व भाव नौकरी और अपने करियर का भाव होता है| जिसका मतलब यह है की आने वाले दिनों में अगर आप नौकरी की तलाश कर रहे है तो आपको नौकरी मिलेगी और आपके करियर को एक ऊँचे स्थान में पहुचायेंगी| व्यापारियो को इस समय में बहोत धन लाभ होने वाला है| यह समय आपके भाग्य का समय है|
मिन राशी: सूर्यदेव ने मिन राशी में दुसरे भाव में गोचर किया है| जिसका मतलब इस राशी के जातको को वाली और धन सबंधी लाभ होने वाला है| अगर आपका कोई कार्य लम्बे समय से अत हुआ है तो वह कार्य इस समय में पूर्ण होगा| यह समय धन लाभ का समय है| भाग्योदय आपका इस समय से शुरू हो रहा है| विवाह नहीं हो रहा है तो आपकी शादी इस समय में हो जायेगी|