हमारे समाज में आसपास बहुत सारे लोग अभी अभी मौजूद है जो के बेटियों को बोज समझते है। आज से कुछ सालो पहले ऐसा बहुत होता था के बेटियों को माँ की कोख में ख़त्म कर दिया जाता था। धीरे धीरे करके समय जैसे आगे बढ़ता गया लोगो की सोच बदलती गई अब बहुत सारे लोग जो ऐसा सोचते थे के बेटिया बोज है अब वो ऐसा नहीं मानते। बेटिया लक्ष्मी का स्वरूप होती है।
एक ऐसा ही भावुक कर देने वाला किस्सा मध्यप्रदेश से सामने आया है। बतादे के सभी लोग हैरान है के जहा पर आज से कुछ सालो पहले बेटा और बेटी के बीच भेदभाव किया जाता था। आज वही प्रदेश में बेटी के जन्म होने पर परिवार तो परिवार पूरा गांव खुशियों से झूम उठा है। बेटी के पिता कह ही भावुक कर देने वाली बात कहा के बेटिया है तो कल है वरना कुछ भी नहीं है।
बतादे के यह ख़ुशी से भावुक कर देने वाला किस्सा मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले से सामने आया है। जहा पर एक परिवार 4 पीढ़ियों के बाद किसी बच्ची का जन्म हुआ है। बच्ची का जन्म होते ही है। परिवार वालो की ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा और तो और गांव वाले भी उनकी ख़ुशी में शामिल हो गए थे।
परिवार में करीब 80 साल के बाद बेटी का जन्म हुआ। जन्म होने के बाद बेटी को अस्पताल से गाजे बाजे के साथ घर लाए। उनके लिए तो मानो साक्षात लक्ष्मी आ गयी इसलिए इसे उत्सव के तौर पर मना रहे हैं। बहू और नवजात की आरती उतारी गयी। फिर बच्ची के पद चिन्ह लेकर उसकी स्थापना अपने घर में करवाई।