क्या आपको पता है ताश के पत्तों में 4 राजाओं में से एक की क्यों नहीं हैं मूछें, आइन जानते हैं इसके पीछे की कहानी।

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ताश के पत्तो का खेल हर कोई जनता हैं। ताश के पत्तो को प्लेइंग कार्ड से भी जाना जाता है। १४ वि सदी में ताश के पत्तो का चलन शुरू हुआ था। इस में मुख्य रोल चार बादशाहो का होता हैं। इनकी अपनी अलग पहचान होती है। इसमें चार राजा होते है। इन चारो राजा में से सिर्फ तीन राजाओ की मुछे होती हैं और एक राजा की नहीं होती। क्या आपको कभी पता चला हे की ऐसा क्यों होता हैं? यदि आपको नहीं पता तो आज आप जानेंगे इसके पीछे का राज।

जानिए क्या कारण हे इसके पीछे
जिस भी राजा की मुछे नहीं होती उसे किंग ऑफ़ हार्ट से जाना जाता है। ब्रिटेन के समाचार पत्र के मुताबिक शुरुआत में इस राजा की भी मुछे हुआ करती थी। लेकिन एक बार कार्ड्स को रिडिजाइन करते वक्त डिजाइनर की भूल के कारण इस कार्ड की मुछे बनाना भूल गया था। तभी लेकर आज तक किंग ऑफ़ हार्ट की मुछे नहीं बनायीं जाती।

ताश की शुरुआत का समय
सबसे पहले ताश के पत्तो का नॉलेज ऑफ़ प्लेइंग कार्ड्स का चलन १४वी सदी में यूरोप में हुआ थ। इस ताश के पत्तो की डिजाइन ताश के पत्तो को कहा डिजाइन किया गया हैं इस पर निर्भर करती है। ताश के पत्तो का खेल यूरोप में अति प्रचलित होता गया। ताश के पत्तो को कई डिजाइनर ने सांचो की मदद से बनाया था। उस समय से ताश में ५२ पत्ते होते हैं और आज भी ताश में ५२ पत्ते ही होते है।

यह हैं चार राजाओ क नाम
१ – king of spades यानि हुकुम का बादशाह- डेविड
यह इजरायल के पुराने समय के राजा माने जाते है।

२- king of clubs यानी चिड़ी का बादशाह
इस पत्ते पर बने हुए राजा मेसोडोनिया के राजा सिकंदर का रूप है। इन्होने कई बड़े क्षेत्र पर जित प्राप्त की थी ऐसा मन जाता है।

३- king of heart यानि दिलो का बादशाह
इस पत्ते पर फ़्रांस के शारलेमेन बने हुए है। जिनको रोमन साम्राज्य का पहला राजा माना जाता था।

४- king of diamonds यानि हीरो के बादशाह
इस पत्ते पर रोमन राजा सीजर ऑगस्टस बने हुए है। कुछ लोगो के मुताबित इस पत्ते पर राजा सीजर ऑगस्टस नहीं बल्कि जूलियस सीजर की तस्वीर बानी हुई है।

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