चीन की अकल को ठिकाने लगाने के लिए DRDO ने बुधवार को किया इस खतरनाक मिसाइल का परीक्षण, यह मिसाइल LAC पर तैनात की जाएगी।इससे पहले यह मिसाइल का साल 2020 अक्टूबर में परीक्षण किया गया था लेकिन वह असफल रहा था। इसके बाद रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने गत बुधवार को ओडिशा राज्य के चांदीपुर परीक्षण सुविधा से लगभग 1,000 किलोमीटर रेंज की निर्भय क्रूज मिसाइल का परिक्षण किया गया था। यह एक सब-सोनिक क्रूज मिसाइल है जिसका परिक्षण बुधवार को सुबह 9:55 बजे किया गया था।
डीआरडीओ से मिलरही जानकारी के अनुसार यह सब-सोनिक क्रूज मिसाइल का फायरिंग सफल रहा। इस सब सोनिक मिसाइल में स्वदेशी इंजन का उपयोग किया है जिसका भी सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था। लेकिन थोड़े दुःख के बात यह है की डिलीवरी प्लेटफॉर्म तकनिकी कारणों से नीचे आ गया।
डीआरडीओ के एक अधिकारी ने बताया के “हो सकता है कि मिसाइल के नियंत्रक में एक रोड़ा हो, लेकिन अच्छी खबर यह है कि इंजन का बिलकुल सफल परिक्षण हुआ है उसने अच्छी तरह से काम किया है । वायु सेना और नौसेना दोनों को यह मिसाइल देने से पहले इसका एक और फायरिंग मोड़ में किया जायेगा।
आपको बतादे के निर्भय एक सबसोनिक मिसाइल है, जो 0.7 से 0.9 मच की गति से उड़ान भरती है, यह मिसाइल दुश्मन के रडार में नहीं आती और अपना टारगेट खुद तय कर देती है। यह मिसाइल 1500 किमी तक के लक्ष्य को आसानी से हिट कर सकती है। यह मिसाइल जमीन से 50 मीटर से चार किमी के बीच उड़ान भरने में सक्षम है। इस मिसाइल में दो प्रकार के ईंधन का उपयोग किया जायेगा, जिसमें पहला चरण ठोस ईंधन का उपयोग होगा और दूसरे में प्रवाही ईंधन का इस्तमाल किया जायेगा।
मिली जानकारी के मुताबिक निर्भय मिसाइल को अब सेना को सौंपा जाने वाला है, सेना में शामिल होने से पहले तीन और परीक्षण किये जायेंगे। सेना में शामिल होने के बाद, यह मिसाइल को पूर्वी लद्दाख में कई जगहों पर चीन के साथ तनाव के बीच निर्भय को वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तैनात किए जाने की संभावना है।