उत्तर प्रदेश के बस्ती में अजीबोगरीब मामला सामना आया है, जहां हर्रैया ब्लॉक के छपिया शुक्ल गांव में रजवाहा नहर की खुदाई के दौरान न्यायिक अधिकारी का हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। न्यायिक अधिकारी एडीजे मनोज शुक्ला खुदाई के विरोध में जेसीबी के सामने रात भर लेटे रहे। इसको लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए तंज कसा है।
जिला प्रशासन मनोज शुक्ला को मनाने की कोशिश करते रहे लेकिन रात भर बिना खाए-पिए एडीजे जेसीबी के सामने लेटे रहे। न्यायिक अधिकारी के धरने पर बैठने की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी और कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई थी और उनको मनाने की कोशिशें की जा रही थीं। रात भर चले हाई वोल्टेज के बाद मनोज शुक्ला आखिरकार गुरुवार दोपहर धरने से हटे। न्यायिक अधिकारी एडीजे मनोज शुक्ला सुल्तानपुर जिले में तैनात हैं।
एडीजे मनोज शुक्ला ने बताया कि ये मेरी पुश्तैनी जमीन है, जहां पर कब्जा किया जा रहा है। साल 2013 का जमीन अधिग्रहण का जो नया एक्ट है, उसका पालन नहीं हो रहा है। डीएम के आदेश पर यहां कार्य हो रहा है। जो डीएम ने आदेश किया है वो भ्रष्टाचार से युक्त आदेश है। ये जमीन का अधिग्रहण तभी कर सकते थे, जब ये हमको उसका धन देते, हमको अभी तक एक भी पैसा नहीं मिला।
वहीं, इस प्रकरण पर सिंचाई विभाग के जिलेदार विवेकानंद ने कहा कि ये नहर 28.52 किमी की है। नहर की खुदाई पूरी हो चुकी है. बस यही पैच बचा है। बाकी सभी लोगों को मुआवजा दे दिया गया है, इनको भी नोटिस भेजा गया था। इन्होंने नोटिस पर आपत्ति लगाई है। डीएम और एसडीएम के आदेश पर नहर की खुदाई की जा रही है।