मध्य प्रदेश के बालाघाट से पोलिस ने एक बहोत बड़े गिरोह को गिरफ्तार किया है. इस गेंग के पास से इतने पैसे मिले थे की पोलिस को पैसे गिनने की मशीन को लाना पड़ा था. पोलिस ने 11 सदस्यों वाली इस गेंग को एक का डबल करने के मामले में गिरफ्तार किया है. यह गेंग लोगो के पास से पैसे कुछ ही महीनो में डबल करने का कह कर लाते थे. इनके पास से इतने पैसे बरामद हुए है की पोलिस इनको उठाने में परेशानी हो रही थी.
जिल्ले के एसपी समीर सौरभ ने बताया था की, पोलिस ने कुछ दिनों और महीनो में पैसो को डबल करके लौटाए जाने वाले स्कीम पर बड़ी कार्यवाही करी है. छापा मार कर 11 अरोपियो को पकड़ा गया है और उनके पास से नकद 10 करोड़ रुपये, दस्तावेज, वाहन और मोबाइल जब्त करे गए है. एसपी ने बताया था की उनको इस बात की सुचना मिलने पर एक स्पेशल टीम को गठित करके इस मामले की पड़ताल करी गई थी.
एक का डबल करने के मामले मध्य प्रदेश और देश में कई बार सामने आये है. लेकिन यह गिरोह अब तक का सबसे बड़ा गिरोह बताया जा रहा है. यह गिरोह एजंट को रखकर भोलेभाले लोगो के पास से एक का डबल करने के लालच देकर पैसे लेते थे. जब वक्त ख़तम होता था तो लोगो को कुछ न कुछ बहाने बताकर टाल दिया करते थे. लेकिन अब मध्य प्रदेश पोलिस ने इन जाल साजो को गिरफ्तार कर लिया है.
ऐसा बताया जा रहा है की यह गिरोह बिटकॉइन मेभी काम कर रहा है. इस गिरोह का पूरा नेटवर्क करीब 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का है. इसके मुख्य आरोपी सोमेन्द्र के पास से 5 करोड़ रुपये भी बरामद हुए है. दुसरे आरोपी हेमराज के पास से 3 करोड़ और तीसरे आरोपी के पास से 2 करोड़ रुपये बरामद करे गए है. गिरफ्तार करे गए आरोपिओ के नाम सोमेंद्र कंकरायने, रमेश मंसूरे, राकेश मंसूरे, प्रदीप कंकरायने, हेमराज आमाडोर, ललित वैष्णव, राहुल बापूरे, रामचंद्र कालबेले, अजय तिड़के, शिवजीत चिले और मनोज सोने है.