आज से कुछ समय पहले जहा सुनने में आता था के इस चीज के दाम बढ़ गए उस चीज के दाम बढ़ गए। लेकिन इन दिनों कुछ अलग ही हो रहा है। बतादे के सरकार बहुत अच्छे मूड में लग रही है। कुछ दिनों पहले ही सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर सेंट्रल गवरमेंट का टेक्ष कम किया जिसके वजह से पेट्रोल डीजल सस्ता हो गया। पेट्रोल डीजल के बाद अब सरकार ने खाने के तेल की कीमतों में कटौती कर जल्द ही देखने को मिल सकती है।
जी,हां आपने सही सुना अब से खाने का तेल सस्ता हो सकता है। सूत्रों का कहना है कि सरकार इम्पोर्ट ड्यूटी और सेस में इस कटौती करने का विचार कर रही है जिससे ग्राहकों के लिए खाने का तेल सस्ता हो जाएगा। सरकार ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है जब देश में खाने के तेल की कीमतें पिछले दो साल में दोगुनी से भी ज्यादा बढ़ चुकी हैं।
भारत दुनिया में खाद्य तेल का सबसे ज्यादा आयात करने वाले देशों में शामिल है। यहां कुल जरूरत का 60 फीसदी खाद्य तेल बाहर से ही मंगाया जाता है। इसमें भी सबसे ज्यादा हिस्सेदारी पॉम ऑयल और सोयाबीन की है। सरकार ने सूरजमुखी और सोयाबीन तेल की कीमतों में कटौती के लिए इन दोनों तेल के आयात पर लगने वाली इम्पोर्ट ड्यूटी पूरी तरह खत्म कर दी है।
एग्रीकल्चर डेवलपमेंट के रूप में वसूले जाने वाले 5 फीसदी सेस को भी खत्म करने का फैसला किया है। इस कदम से आयातित खाद्य तेल की कीमत घट जाएगी और इसका सीधा फायदा खुदरा बाजार में उपभोक्ताओं को भी होगा।