आज कल लोगो को कुछ ना कुछ परेशानिया रहती है.कुछ लोग काम धंधे की वजह से परेशान रहते है.जिनके पास व्यापर तो है पर अच्छे से चलता नहीं है यातो रूका हुआ है हम आपके लिए इन सब समस्याओ का समाधान लेके आये है.जिस से आपके व्यापार में वृधि होगी और आपका व्यापर अच्छे से चलेगा.

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अशोक सुंदरी का स्थान
बात करते है भगवान शिव की पुत्री अशोक सुंदरी की: ज्यादातर लोग भगवान शिव के दो बेटे के बारे में ही जानते है और कुछ ही लोग होगे जो भगवान शिव की बेटी के बारे में जानते होगे.अगर आप नहीं जानते तो हम आपको बताएगे की भगवान शिव की पुत्री कोन है. पद्म पुराण में एक कहानी है जिस में भगवान शिव की पुत्री की बात कही गयी है.एक बार मां पार्वती को दुनिया का सबसे सुन्दर बगीचा देखने की इच्छा हुयी और इस इच्छा को भगवान शिव को बताई तो भगवान शिव मां पार्वती की इच्छा पूरी करने के लिए नंदनवन ले गए वहा पर मां पार्वती को एक कल्पवृक्ष (यह मोनोकामना पूरी करने वाला वृक्ष है) से लगाव हो गया. मां पार्वती अपना एकाकीपन दूर करने के लिए कल्पवृक्ष से एक बेटी मांगती है.तब कल्पवृक्ष से अशोक सुंदरी का जन्म हुआ.

अशोक सुंदरी की पूजा
जब हम शिवलिंग पर जल अर्पित करते है तब जल शिवलिंग पर से निचे आ के शिवलिंग में जहा से पानी निकलता है वह पतली नाली अशोक सुंदरी का स्थान है.अशोक सुंदरी की पूजा के लिए जैसे शिवजी के लिए सोमवार है वैसे ही उनकी बेटी के लिए भी सोमवार का दिन श्रेष्ठ मन जाता है.सोमवार के दिन स्नानादि के बाद अपने घर में भगवान शिव,पार्वती और शिवलिंग की स्थापना करे.उसके बाद घी का दीपक जलाये और फुल आदि अर्पित करे,शिवलिंग पर अशोक सुंदरी के स्थान पर फल और फुल अर्पित करे.भगवान शिव की तरह इनके स्थान पर बेलपत्र चढ़ाई ये कहते है अशोक सुंदरी की पूजा करने से धन और व्यापर से जुडी समस्या ये दूर होती है.