रसोई गैस देश में ज्यादातर घरो का एक हिस्सा बन चूका है। हम रोजाना सुबह शाम खाना बनाने के लिए रसोई गैस का उपयोग करते है। हमे इसकी रोज जरुरत पड़ती है , लेकिन आपको इसके बारे में एक महत्वपूर्ण चीज के बारे में नहीं पता होगा। आपने देखा होगा के रसोई गैस सिलिंडर के निचे दो छेद होते है। बिल्कुल नीचे, जिसके ऊपर सिलेंडर का पूरा भार होता है। क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है? चलिए आपको बताते है इसके बारे में के सिलिंडर के निचे क्यों छेद होते है और वो लाल रंग का ही क्यों होता है।
दरअसल, रसोई गैस के निचे जो छेद दिये जाते है इसके पीछे सायंस है। बतादे के के तापमान को नियंत्रित रखने के लिए इन छेद का इस्तेमाल किया जाता है। कई बार ऐसा होता है कि गैस सिलेंडर का तापमान काफी बढ़ जाता है। ऐसे में इस छेद से हवा पास होती है, जो तापमान को नियंत्रित करने में मदद करती है. साथ में यह सिलेंडर को सतह की गर्मी से भी बचाता है। कुल मिलकार ये छेद गैंस सिलेंडर को एक्सीडेंट्स से बचाते हैं।
छेद के अलावा गैस किसी भी कंपनी का हो, कुछ और बातें भी सामान्य होती हैं। जैसे सिलेंडर का रंग और आकार। दरअसल, गैस सिलेंडर का रंग लाल इसलिए रखा जाता है, ताकि उसे दूर से देख जा सके। ऐसे में सिलेंडर के ट्रांसपोर्टेशन में आसानी होती है। वहीं, इनका शेप सिलेंड्रिकल ही होता है। आपने देखा होगा कि तेल और गैस को ट्रांसपोर्ट करने वाले टैंकर भी इसी शेप के होते हैं।