LIC का IPO: शेरबाजर मे आ रही है सरकार की सबसे बडी ओर भरोसेमंद कंपनी मे से एक, IPO भरने से पहले जरूर जाने यह बाते

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LIC कंपनी की स्थापना 1956 में हुई थी। इसका हेड क्वार्टर मुंबई में मौजूद है। लभारत सरकार है और इसको मिनिस्ट्री ऑफ फाइनेस के द्वारा संचालित किआ जाता है। कंपनी इतनी तगडी बताई जाती है के इन्शुरन्स सेक्टर मे इसके आसपास कोई नही है। आम जनता मे LIC काफी मशहुर है और भरोसेमंद मानी जाती है। आइये जानते हे LIC का IPO मार्केट मे कैसे ला सकता हे भारी तेजी! जाने क्यों शेयर बाजार को हो सकता हे बडा फायदा!

जल्द ही एलआईसी अपना आईपीओ लेकर आ रही है माना जाता है कि लिस्टिंग के बाद कंपनी की वैल्यूएशन 15 लाख करोड़ रुपए हो सकती है। अभी भारतीय सरकार की 100% हिस्सेदारी एलआईसी में मौजूद है। अगर एलआईसी की वैल्यूएशन 15 लाख करोड़ होती है तो यह भारत की सबसे बड़ी कंपनियों की लिस्ट में सीधा शामिल हो जाएगी।

एलआईसी का रेवेन्यू 78 billion-dollar के आसपास माना जाता है। एलआईसी के पास करीब 510 बिलियन के assets बताये जाते है। जो किसी भी आम कंपनी के मुकाबले कहीं ज्यादा गुनाह है। वही एलआईसी की नेट इनकम 360 मिलियन बताई जाती है। LIC 57000 करोड का सरप्लस गनरेट करती है और करीब 2800 करोड से भी ज्यादा का डिविडेट सरकार को देती है।

आपको बता दें कि भारत की एक चौथाई यानी कि 29 करोड लोगों के पास या इतने पॉलिसीहोल्डर एलआईसी में मौजूद है और स्टॉप एलआईसी के पास 1100000 इंजन वही 115000 के आसपास एंप्लॉय मौजूद है। एनआईसी 8 जून ऑल ऑफिस के जरिए काम करती है जिसमें 115 डिविजनल ऑफिस के आसपास बताई जाती है। वही एलआईसी की 2000 से भी ज्यादा ब्रांच बताई जाती है।

हाल में शेयर मार्केट में 5 करोड़ के आसपास डीमेट अकाउंट है । अगर एनआईसी का आईपीओ आता है और इसके पॉलिसी होल्डर डिमैट अकाउंट की तरफ जाते हैं तो आप सोच सकते हैं कि एलआईसी के पास 29 करोड़ पॉलिसी होल्डर में से अगर कुछ पॉलिसी होल्डर भी डिमैट अकाउंट की तरफ जाते हैं तो भारतीय शेयर मार्केट में भी इसका भारी असर देखने को मिल सकता है नए डिमैट अकाउंट के साथ-साथ नए निवेशक भी भारतीय इकोनॉमी में आ सकते हैं। माना जाता है कि आने वाले कुछ दिनों में हमें एलआईसी के आईपीओ को लेकर एक बड़ी न्यूज़ खबर मिल सकती है।

 

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