सबसे पहले तो जानेंगे आईपीओ क्या होता हे? IPO यानि इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (INITIAL PUBLIC OFFERING), जब कम्पनी को अपनी कम्पनी के लिए फण्ड चाहिए या वो फिर कम्पनी की साइज बड़ी करने के लिए या, नई प्रोडक्ट लॉन्च करने या, ली हुई लोन की भुगताई यानि कर्ज कम करने के लिए कम्पनी अपने शेयर पब्लिक के लिए खुले रखती हे या ऑफर करती हे। जो भी लोग आईपीओ खरीद ते हे उनको कम्पनी का थोड़ा सा हिस्सा यानि चुकाई गई रकम के बराबर शेयर मिलते हे. आईपीओ कही तरह के होते हे, लिस्टिंग कम्पनी भी कही बार अपनी साइज बड़ा करने भी आईपीओ लेट हे वही कम्पनी पहेली बार लिस्टिंग होने के लिए अपनी कन्य का थोड़ा सा हिस्सा आईपीओ के जरिये मार्किट में रखते हे।
सितंबर के पहले अफ्ते ही २ आईपीओ आ गए हे. जिसमे से हम जानेगे AMI ऑर्गॅनिक्स के बारे में. AMI ऑर्गॅनिक्स केमिकल्स बनाती हे, जैसे की Agrochemicals, Cosmetics और Polymers. फार्मा की बढ़ती मांग को ध्यान में रख के यह कम्पनी की शरुआत २००७ में की गई थी. अगर वेबसाइट देखे तो पता चलता हे की कम्पनी के पास १५० कस्टमर्स हे और ४५० से ज्यादा प्रोडक्ट्स हे। २५ देशो में ११ पेटर्न्स के साथ मौजूद हे। कम्पनी ने 570 करोड का आईपीओ लेके आई हे, प्रती शेयर की कीमत 603-610 रुपये तय की है! एक लॉट में 24 शेयर होगे. अपर प्राइस बैंड के हिसाब से इस इश्यू मे 14640 रुपये निवेश करना होगा। आईपीओ से मिले पैसो से कर्ज चुकाने और ऑपरेशनल संबंधी जरूरतों के लिए किया जा सकता हे।
आज आईपीओ सुब्स्क्रिबे करने का पहला दिन था, और आज ही 65,42,342 शेयरों के मुकाबले 1,2400000 शेयरों से भी ज्यादा के लिए आवेदन आ गया, क्या राय ? हम ऐसा मानते हे की इस आईपीओ शार्ट टर्म या सिर्फ आईपीओ के अल्लोत्मेंट के मुनाफे के लिए खरीद रहे है तो थोड़ा रिस्की हो सकता हे. पिछले कुछ समय से खुले आईपीओ यह दर्शाते हे की वह निर्धारित कीमत के आसपास ही खुले हे और उसके बाद उसमे तेजी देखि गई हे. पिचले 5 सालो में कम्पनी ने बोहता ही अच्छा काम करके दिखाया हे, मगर कम्पनी पे १३० करोड़ से ज्यादा का कर्ज भी हे. तो कुछ चीजे अछि हे और कुछ चीजे नेगेटिव। लॉन्ग टर्म के लिए यह शेयर अच्छा माना जा रहा हे.
आईपीओ आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से भर सकते हे। ऑफलाइन में जहा आपको फॉर्म भरना रहेगा वही ऑनलाइन में आपके पास डीमैट अकाउंट होना चाहिए, इसके आलावा ट्रेडिंग अकाउंट और UPI होना जरुरी हे. आईपीओ में इन्वेस्ट करने से पहले कम्पनी का रिसर्च कर लेने पे ध्यान देंा चाहिए, और इस फील्ड के विशेषग्न्यो की राय लेना नहीं भूलना चाहिए।