देश के लोगो के मुश्केलिया अब कुछ ही समय के बाद बढ़ने वाली है। बाजार के जानकारों का कहना है के विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद देश में महंगाई बहुत बढ़ सकती है। जैसा के हम सभी जानते है के देश में अभी पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले है बस यही मुख्य कारण है के पेट्रोल डीजल और अन्य चीजों के भी दामों में बढ़ोतरी नहीं रही है। लेकिन इसके बाद पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने तय हैं।
कमोडिटी एक्सपर्ट्स का कहना है कि उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनावों के खत्म होने के बाद देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भारी तेजी आ सकती है।अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमत 93 डॉलर पहुंच गई है, लेकिन देश में दिवाली के बाद से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है. तब कच्चे तेल की कीमत करीब 80 डॉलर प्रति बैरल के आसपास थी. इसके बाद से इसमें करीब 13 डॉलर प्रति डॉलर की बढ़ोतरी हो चुकी है, लेकिन देश में पेट्रोल-डीजल की कीमत स्थिर बनी हुई है. इस कारण सरकारी तेल कंपनियों को प्रति लीटर आठ से 10 रुपये का नुकसान हो रहा है।
अभी देश में पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. ऐसे में सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमत बढ़ाकर मतदाताओं को नाराज करने का जोखिम नहीं ले सकती है. देश में पेट्रोल-डीजल की बिक्री में सरकारी कंपनियों की 90 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी है।
चुनावों के बाद घरेलू तेल कंपनियों पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी कर सकती हैं ताकि अभी हो रहे नुकसान की भरपाई की जा सके. दिल्ली में अभी पेट्रोल की कीमत 95.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 86.67 रुपये लीटर है. अगर तेल कंपनियां अंतरराष्ट्रीय कीमतों के मुताबिक दाम बढ़ाती हैं तो दिल्ली में पेट्रोल की कीमत करीब 105 रुपये और डीजल की 96 रुपये पहुंच सकती है.