प्रेटोल की कीमते कुछ वक्त पहले 100 रुपये से भी ज्यादा चल रही थी. जिसकी वजह से आम जनता को इससे काफी परेशानी हो रही थी. इस मुश्किल को दूर करने के लिए राज्य और केंद्र सरकार के अपने टेक्स मे भारी कटोती की थी. बीते दिनों झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यह घोषणा की थी की 26 जनवरी से वे पेट्रोल पर 25 रुपये प्रति लीटर सब्सिडी दी जाएगी। इसे लेकर राज्य सरकार की ओर से पूरी तैयारी कर ली गई है। झारखंड राज्य के मुख्यमंत्री आज आयोजित होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान इस पेट्रोल सब्सिडी योजना को लांच करेंगे। पहले चरण में राज्य के उन 20 लाख राशन कार्ड धारकों को इस योजना से जोड़ा जाएगा जिनके पास दुपहिया (टू-व्हीलर )वाहन हैं।
झारखंड सर्कार की यह सब्सिडी योजना के लिए लाल, पीला या हरा राशन कार्डधारी पात्र होंगे जिनके पास झारखंड राज्य रजिस्टर्ड दो पहिया वाहन है। इसके लिए आवेदन एप के माध्यम से कर सकते हैं। सरकार की ओर से योजना लाभ के 250 रुपए प्रतिमाह एक ही किश्तमें सीधे लाभुक के बैंक खाते में DBT किए जाएंगे। जबकि पेट्रोल खरीदते समय लाभुकों को पूरी राशि पंप पर अदा करनी होगी। इसके लिए लाभकर्ता को सरकार की ओर से जारी किए जाने वाले मोबाइल एप के माध्यम से आवेदन करना होगा।
इस पेट्रोल सब्सिडी के लिए मोबाइल के जरिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। जिसके लिए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बीते दिन इस CMSUPPORTS नाम से एक एप लॉन्च किया है। साथ ही सरकारकी ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। अगर सरकार 25 रुपये प्रति लीटर की सब्सिडी देती है को उसे वैट खत्म करना पडेगा और सब्सीडी भी देनी पड़ेगी. संभव है कि सरकार इस योजना को कम आय वर्ग के लोगों के लिये लाये या कुछ दिनो के लिए लाये. इस योजना के बाद सरकार का टेक्स या इनकम तो कम होगी ही साथ ही खर्च भी बढेगा।
सरकार की ओर से लांन्च किए गए मोबाइल एप में आवेदन के समय आवेदक को अपना नाम, राशन कार्ड संख्या और आधार संख्या उसमें डालना होगा। इसके बाद आपके आधार से कनेक्टेड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा। ओटीपी डालने के बाद आवेदक को राशन कार्ड में अपना नाम चयन करते हुए वाहन संख्या और ड्राइविंग लाइसेंस नंबर डालना होगा।इसके बाद आवेदक द्वारा आवेदन भरने का काम पूरा होते ही सत्यापन के लिए आवेदन डीटीओ के लागिन में चला जाएगा।इसके बाद डीटीओ इसे सत्यापित करेंगे।
इसकी स्वीकृति मिलते ही आवेदन डीएसओ के लागिन इन में चला जाएगा। डीएसओ डीसी के आदेश के बाद बिल को कोषागार में भेजा जाएगा। कोषागार से बिल के भुगतान के लिए स्वीकृत राशि डीएसओ के खाते में भेज दी जाएगी। उसके बाद डीएसओ हर माह लाभुक के खाते में डीबीटी के माध्यम से सीधे सब्सिडी की राशि भुगतान करेंगे। वहीं अगर आवेदक का खाता बैंक में आधार के साथ लिंक नहीं होगा या फिर किसी तरह की समस्या होगी तो भुगतान कार्ड के मुखिया के खाते में किया जाएगा। इस तरह DBT के माध्यम से अपने ही कहते में सब्सिडी प्राप्त होगी।